जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में निर्दलीय और युवा उम्मीदवारों की भरमार है. राजनीतिक दलों ने पुराने सिपहसालारों के बेटे-बेटियों पर भी खूब दांव लगाया है. अब्दुल्ला परिवार की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस हो या मुफ्ती परिवार की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), दोनों ही दलों ने जम्मू कश्मीर की सियासी फैमिली से आने वालों को दिल खोलकर टिकट बांटे हैं. अकेले नेशनल कॉन्फ्रेंस की ही बात करें तो पार्टी के दो दर्जन से अधिक उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके परिवार में कोई न कोई कभी न कभी विधायक-मंत्री या पार्टी का बड़ा चेहरा रहा है. आइए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ उम्मीदवारों पर जिनकी चर्चा खूब हो रही है...
हिलाल अकबर लोन
हिलाल अकबर लोन नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर सोनवारी सीट से चुनाव मैदान में हैं. पेशे से वकील हिलाल जम्मू कश्मीर विधानसभा के पूर्व स्पीकर और पूर्व सांसद अकबर लोन के बेटे हैं. अकबर लोन नेशनल कॉन्फ्रेंस के ताकतवर नेताओं में गिने जाते हैं.
सलमान सागर
सलमान सागर हजरतबल विधानसभा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार हैं. सलमान नेशनल कॉन्फ्रेंस के ताकतवर नेताओं में गिने जाने वाले पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर के बेटे हैं. अली भी श्रीनगर की खानयार सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
मियां मेहर अली
कंगन सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार मियां मेहर अली सियासत में मियां परिवार की चौथी पीढ़ी हैं. मेहर के पिता मियां अल्ताफ नेशनल कॉन्फ्रेंस से सांसद हैं तो वहीं दादा मियां बशीर अली भी कंगन से विधायक रहे हैं. बशीर के पिता मियां निजामुद्दीन अली ने भी कंगन सीट का विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया था.
इरशाद रसूल कर
इरशाद रसूल कर डोडा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर मैदान में हैं. इरशाद उत्तर कश्मीर के कद्दावर नेता गुलाम रसूल कर के बेटे हैं. गुलाम रसूल कर कांग्रेस में थे. इरशाद पहले महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली पीडीपी में थे. पीडीपी छोड़कर इरशाद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस का दामन थामा था.
डॉक्टर सज्जाद शफी
डॉक्टर सज्जाद शफी को नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उरी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. पेशे से चिकित्सक डॉक्टर सज्जाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के कद्दावर नेता मोहम्मद शफी के बेटे हैं. मोहम्मद शफी जम्मू कश्मीर सरकार में मंत्री भी रहे हैं.
महबूब बेग
अनंतनाग सीट से पीडीपी के उम्मीदवार महबूब बेग के पिता मिर्जा अफजल बेग भी कद्दावर नेता रहे हैं. अफजल बेग नेशनल कॉन्फ्रेंस की अगुवाई वाली जम्मू कश्मीर सरकार में मंत्री भी रहे हैं. महबूब 2014 के विधानसभा चुनावों के समय पीडीपी में शामिल हो गए थे.
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यावर शफी बंदे
पीडीपी ने शोपियां विधानसभा सीट से यावर शफी बंदे को टिकट दिया है. यावर शफी बंदे कांग्रेस के टिकट पर शोपियां से चुनाव लड़ चुके मोहम्मद शफी बंदे के पुत्र हैं. यावर के दादा अब्दुल मजीद बंदे शोपियां से दो बार विधायक रहे हैं.
आगा सैय्यद मुंतजिर
आगा सैय्यद मुंतजिर को पीडीपी ने बडगाम सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. आगा सैय्यद मुंतजिर अंजुमन शरी शियान के अध्यक्ष आगा सैय्यद हसन अल मूसवी के बेटे हैं. आगा सैय्यद हसन अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से भी जुड़े रहे. आगा परिवार के दो अन्य सदस्य आगा सैय्यद अहमद और आगा सैय्यद महमूद भी इस बार जम्मू कश्मीर के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
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तनवीर सादिक
नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख अब्दुल्ला के करीबी सहयोगी रहे सादिक अली के बेटे तनवीर जदीबल सीट से ताल ठोक रहे हैं. तनवीर कश्मीर की सियासत में अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार भी रहे हैं.
मोहम्मद रफीक नाइक
पीडीपी ने त्राल विधानसभा सीट से मोहम्मद रफीक नाइक को उम्मीदवार बनाया है. मोहम्मद रफीक नाइक, अली मोहम्मद नाइक के बेटे हैं. अली मोहम्मद नाइक जम्मू कश्मीर सरकार में मंत्री और विधानसभा स्पीकर भी रहे हैं.
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एहसान परदेसी
श्रीनगर की लाल चौक विधानसभा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार एहसान परदेसी भी सियासी परिवार से आते हैं. एहसान के पिता गुलामन कादिर परदेसी भी सियासत में सक्रिय रहे हैं. गुलामन परदेसी की चर्चा जम्मू कश्मीर की सियासत में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच बार-बार दल-बदल के लिए अधिक होती है.
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इल्तिजा मुफ्ती
इल्तिजा मुफ्ती बिजबेहरा विधानसभा सीट से पीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. इल्तिजा पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी हैं. मुफ्ती मोहम्मद सईद और महबूबा मुफ्ती के बाद अब इल्तिजा मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं जो सियासी विरासत को आगे बढ़ाएंगी.