भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव प्रभारी राम माधव शनिवार शाम जम्मू पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पार्टी नेताओं के साथ एक अहम मीटिंग की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी हाईकमान ने जम्मू-कश्मीर यूनिट से जल्द से जल्द अंदरूनी कलह को सुलझाने की बात कही है.
चुनाव प्रभारी राम माधव की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में डॉ. जितेन्द्र सिंह, रविन्द्र रैना, जी किशन रेड्डी और पार्टी के अन्य सीनियर नेता मौजूद थे.
बता दें कि उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के बाद कई बीजेपी नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. सूत्रों के मुताबिक, दूसरे और तीसरे चरण की वोटिंग के लिए बची सीटों के लिए उम्मीदवारों की एक और लिस्ट आज रात जारी किए जाने की उम्मीद है.
बीजेपी ने जम्मू इलाके की 7 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान अभी तक नहीं किया है.
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चुनाव से पहले सुरक्षा बलों की अहम बैठक
जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP), आनंद जैन (IPS) जम्मू जिले में सुरक्षा और कानून व्यवस्था समीक्षा की. बैठक जम्मू के जिला पुलिस लाइन्स के कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई, जिसमें डीआईजी जेएसके रेंज शिव कुमार शर्मा (आईपीएस), एसएसपी जम्मू जोगिंदर सिंह (JKPS) के अलावा जम्मू जिले के सभी क्षेत्रीय एसएसपी, सभी एसडीपीओ, एसएचओ, आईसी पीपी और आईसी बीपीपी शामिल हुए.
बैठक के दौरान IPS आनंद जैन ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क और सक्रिय रहने का निर्देश दिया कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो. एडीजीपी ने चुनाव के दौरान पैदा होने वाली किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के बीच मजबूत समन्वय की जरूरत पर जोर दिया.
आईपीएस आनंद जैन ने मीटिंग के दौरान तैनाती योजनाओं की समीक्षा की और निर्देश दिया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया जाए. उन्होंने किसी भी सुरक्षा खतरे को रोकने के लिए खुफिया जानकारी जुटाने और समय पर जानकारी साझा करने के महत्व पर भी जोर दिया.
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अधिकारियों को दिया ये निर्देश
एडीजीपी ने जिले की समग्र कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया और जनशक्ति, रसद और संसाधनों के मामले में पुलिस बल की तत्परता की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में उच्च दृश्यता बनाए रखें और सुनिश्चित करें कि सुरक्षा जांच और गश्त तेज हो.