Jammu and Kashmir Election Exit Poll: जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर तीन फेज में वोटिंग हो चुकी है. नतीजे 8 अक्तूबर को आएंगे. लेकिन इससे पहले सी-वोटर के Exit Poll के नतीजे आ गए हैं. इस एग्जिट पोल में साफ है कि एनसी और कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है. लेकिन इस पोल को देखकर ये भी समझ आता है कि जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन में पीडीपी और अन्य दलों की भूमिका भी अहम हो सकती है. इसी बीच, पीडीपी प्रवक्ता शेख नासिर ने आजतक से बातचीत के दौरान बड़ा दावा करते हुए कहा कि हमारे बिना कोई सरकार नहीं बन पाएगी.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा है, जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर अकेले ताल ठोक रहे हैं. हालांकि, इस बार इंजीनियर राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी और अन्य छोटे दलों के साथ निर्दलीयों का रोल अहम हो सकता है.
जानें एग्जिट पोल में क्या है खास
एग्जिट पोल के अनुसार, जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 40-48 सीटें मिलती दिख रही हैं. यानी अगर ये पोल नतीजों में तब्दील हुए तो एनसी-कांग्रेस को गठबंधन मिल सकता है. जबकि बीजेपी को 27-32 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं, पीडीपी को 6-12 और अन्य को भी 6-11 सीटें मिल रही हैं. अन्य में निर्दलीय उम्मीदवारों. इंजीनियर राशिद, अफजल गुरु के भाई समेत कई लोगों की भूमिका निर्णायक हो सकती है.
वोट प्रतिशत में देखें किसका क्या है हाल
एग्जिट पोल के हिसाब से देखें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 38.7 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है, जबकि बीजेपी को 22.9 तो पीडीपी को 10.2 फीसदी वोट मिल रहा है. लेकिन अन्य का आंकड़ा बीजेपी से बड़ा है. अन्य को 28.2 फीसदी वोट मिल रहे हैं. अगर ये सीटों में बदले तो सरकार बनने में इनकी भूमिका अहम होगी.
देखें किस पार्टी ने कितनी सीटों पर लड़ा है चुनाव
जम्मू-कश्मीर की चार प्रमुख पार्टियों में से सिर्फ नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) भी मैदान में हैं. पीडीपी 60 सीटों पर और भाजपा 62 सीटों पर चुनावी मैदान में है.
सज्जाद लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस 22 सीटों पर, और इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) 34-35 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और आपनी पार्टी 30 से अधिक सीटों पर मैदान में है. प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के उम्मीदवार 10 सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
इंजीनियर राशिद की पार्टी ने जमात-ए-इस्लामी के साथ रणनीतिक गठबंधन किया है. AIP दक्षिण कश्मीर में जमात के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी और जमात AIP का समर्थन पूरे केंद्र शासित प्रदेश में, खासकर उत्तर कश्मीर में करेगी. यह नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी दोनों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं, क्योंकि पहले जमात पीडीपी का समर्थन करती थी. नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी का कहना है कि कोई नहीं जानता कि यह क्या हो रहा है और यह कुछ ताकतों द्वारा प्रेरित असामान्य गतिविधि है.