झारखंड में दूसरे और आखिरी फेज की वोटिंग 20 नवंबर को होगी. जबकि 23 नवंबर को मतगणना होनी है. इससे पहले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने घुसपैठ के मुद्दे और 'बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे को बीजेपी का एजेंडा करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा.
जब उनसे पूछा गया कि घुसपैठ और 'बंटेंगे तो कटेंगे' का आदिवासियों पर कितना असर होगा, इस पर हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी का एकमात्र एजेंडा हमेशा नफरत फैलाना रहा है, झारखंड की जनता उनकी (बीजेपी) सारी चालें जानती है. जनता 23 नवंबर को उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है, बस इंतजार कीजिए.
हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी यह अनुमान नहीं लगा सकते कि पहले फेज के चुनाव में उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को कितनी सीटें मिलेंगी. सोरेन ने कहा कि वे सिर्फ अपने काम से मतलब रखते हैं और लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ अपने समर्थकों के साथ रहता हूं और उनका अटूट और बिना शर्त वाला प्यार मेरी राजनीतिक यात्रा को आगे बढ़ाता है.
भाजपा के इस आरोप का जवाब देते हुए कि आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं, खासकर आदिवासी लड़कियां... सीएम सोरेन ने कहा कि जो लोग शीशे के घर में रहते हैं, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए. बीजेपी को पहले ये जवाब देना चाहिए कि मणिपुर में क्या हुआ, जो आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि बलात्कारियों के बचाव में कौन आगे आता है.
हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि बीजेपी कोबरा से भी ज्यादा खतरनाक है. बीजेपी के नेता जहर उगल रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का काम सिर्फ झारखंड में नफरत फैलाना है.