हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर पार्टी की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने आजतक से बातचीत में हार के कारणों की गहन समीक्षा की बात कही है. उन्होंने माना कि कांग्रेस के भीतर कहीं न कहीं बड़ी गलती हुई है, जिसके चलते पार्टी संघर्ष कर रही है.
कुमारी सैलजा ने कहा, "हम 60 सीटों की बात कर रहे थे, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि हम संघर्ष कर रहे हैं. यह बिल्कुल एक बड़ी गलती है. फाइनल रिजल्ट तक देखना पड़ेगा, हालांकि मुझे पता है कि यह अच्छा नहीं लग रहा है." मसलन, हरियाणा में कांग्रेस के जीत का अनुमान लगाया गया था लेकिन पार्टी 37 सीटों पर ही सिमट गई.
हम सिर्फ उम्मीद रख सकते हैंः कुमारी सैलजा
कुमारी सैलजा ने आगे कहा, "Calculation में गलती हो गई, कहां हम 60 सीटों की उम्मीद कर रहे थे और अब हम सिर्फ संघर्ष कर रहे हैं. हम तो चुनाव में पूरी तरह से स्वीप करना चाहते थे, लेकिन अब हमें देखना होगा कि क्या हमसे चूक हुई या फिर भाजपा ने कोई खेल खेला."
कुमारी सैलजा ने इस बात पर भी जोर दिया कि वह चुनाव लड़ना चाहती थीं. "सच्चाई यह है कि मैंने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी और हम कुछ सीटों पर जीते भी हैं, लेकिन हमें बड़े पैमाने पर देखना होगा कि आखिर हम प्रदेश को क्यों नहीं जीत पाए. इसका गहन मूल्यांकन जरूरी है,"
कांग्रेस के लिए यह हार एक बड़ा झटका मानी जा रही है, और पार्टी के भीतर भविष्य की रणनीतियों पर विचार किया जाएगा.
हरियाणा में बीजेपी की जीत
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 48 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की है. पार्टी के लिए यह एक बड़ी जीत इसलिए भी है, क्योंकि बीते चुनाव में पार्टी को जेजेपी से गठबंधन करना पड़ा था. हरियाणा में कांग्रेस के किसान, जवान और पहलवान वाला कोई दांव काम नहीं आया, बल्कि सीएम नायब सिंह सैनी ने एंटी इनकंबेंसी को भी खारिज कर दिया है.