एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के मतदाताओं से मौजूदा एनडीए नेतृत्व वाली महायुति सरकार के खिलाफ एकजुट होने की विनम्र अपील करते हुए एक भावुक पत्र लिखा है. शरद पवार ने मतदाताओं से विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की है. पत्र में पवार ने महाराष्ट्र के गद्दारों से राज्य को बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है.
उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को भारी बहुमत से जिताने और राज्य के स्वाभिमान को वापस लाने की अपील की है. उन्होंने सत्ताधारी मोर्चे द्वारा जाति और धर्म के आधार पर विभाजनकारी राजनीति के उदाहरणों को भी याद किया है. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ. अंबेडकर और सावित्रीबाई फुले के खिलाफ पिछले राज्यपाल द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों की घटनाओं को सूचीबद्ध किया है.
शरद पवार ने राज्य में कानून और व्यवस्था की गिरावट को उजागर करने के लिए सत्तारूढ़ विधायकों द्वारा गोलीबारी की घटनाओं, भड़काऊ बयानों और बाबा सिद्दीकी की हत्या का भी उल्लेख किया है. उन्होंने राज्य में बलात्कार के अपराधों और महिलाओं की सुरक्षा के बारे में लिखा है.
इसके अलावा, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था में महाराष्ट्र के जीएसटी और कर योगदान के बारे में भी आंकड़े दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कैसे केंद्र सरकार विभिन्न योजनाओं में हमारे राज्य की अनदेखी कर रही है और बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को गुजरात को सौंप रही है. उन्होंने बेरोजगार युवाओं, परेशान किसानों और वंचित वर्ग की दुर्दशा पर भी प्रकाश डाला, जो राज्य में अमीरों और मुट्ठी भर बिचौलियों के तथाकथित विकास से वंचित रह गए हैं.