रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निराशा जताते हुए उन पर राजनीतिक सत्ता के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता करने का आरोप लगाया. 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र चुनाव से पहले पुणे में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, "मेरे मन में दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के लिए बहुत सम्मान है. लेकिन जिस तरह से उद्धव जी ने सत्ता के लिए सिद्धांतों को ताक पर रख दिया, उससे मुझे बहुत दुख हुआ है. सरकार बनाना कोई बड़ी बात नहीं है. सच्चा नेता वह होता है जो मुश्किल समय में भी सिद्धांतों से विचलित नहीं होता."
वरिष्ठ भाजपा नेता की टिप्पणी महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार के गठन के लिए उद्धव ठाकरे के कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के साथ गठबंधन पर आई है. इसके अलावा, राजनाथ सिंह ने एकता और विकास के महत्व पर जोर दिया और नागरिकों से राष्ट्रीय एकीकरण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया.
रक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर भी तीखा हमला किया और कहा कि कोई भी पार्टी इस सबसे पुरानी पार्टी के साथ गठबंधन करेगी तो वह "डूब जाएगी".
सिंह ने कहा, "कांग्रेस ने लंबे समय तक देश पर शासन किया, लेकिन अब इसकी हालत इतनी खराब हो गई है कि इससे जुड़ा कोई भी व्यक्ति डूब जाएगा. महाराष्ट्र में कांग्रेस ने शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) का सहारा लिया है और उनका डूबना तय है."
मंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान "बंटेंगे तो कटेंगे" को दोहराया और कहा, "हमेशा एक बात याद रखें, न तो आपको बंटना है और न ही दूसरों को बांटना है, पूरे देश को एक साथ रहना है. हमें एकजुट रहना है. अगर हम बंटने से बचते हैं, तो हम विकास की ओर बढ़ेंगे और एक विकसित राष्ट्र और एक विकसित महाराष्ट्र बनाएंगे."