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'पिता अलगाववादी, पत्नी के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट', सज्जाद लोन ने बताया- क्यों मुश्किल है सियासत

पंचायत आजतक जम्मू कश्मीर के 'लोन वॉरियर' सेशन में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने भी शिरकत की. सज्जाद लोन ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव से लेकर घाटी की समस्याओं और मुद्दों तक, हर मुद्दे पर खुलकर बात की.

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Sajad Lone
Sajad Lone

जम्मू कश्मीर चुनावों से पहले श्रीनगर की डल झील के किनारे पंचायत आजतक जम्मू कश्मीर का मंच सजा. पंचायत आजतक जम्मू कश्मीर के 'लोन वॉरियर' सेशन में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने भी शिरकत की. सज्जाद लोन ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव से लेकर घाटी की समस्याओं और मुद्दों तक, हर मुद्दे पर खुलकर बात की.

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सज्जाद लोन ने कहा कि इस चुनाव में दिल्ली बहुत एक्सपेरिमेंट कर रहा है. नेशनल इंट्रेस्ट के नाम पर यहां कुछ भी हो सकता है. ये चुनाव हैविली इंजीनियर्ड हैं. उन्होंने कहा कि जो भी शोर है वह कश्मीर में है. जम्मू में तो कुछ है ही नहीं. राष्ट्रीय पार्टियां नेशल इंट्रेस्ट को देख चुप हैं. सज्जाद लोन ने कहा कि मुझे टार्गेट करना बहुत आसान है. दिल्ली में मेरा कोई गॉडफादर नहीं है.

इंजीनियर राशिद ने बारामूला से उमर अब्दुल्ला और सज्जाद लोन को लोकसभा चुनाव में हरा दिया था. राशिद ने दिल्ली में रिहाई के बाद अब्दुल्ल गनी लोन की तारीफ की थी. इसे लेकर सवाल पर सज्जाद लोन ने कहा कि उनके दो ही बेटे थे. बाकी मुझे नहीं मालूम. मुझे जहां लड़ना है, वहां नेशनल कॉन्फ्रेंस से लड़ना है. चुनाव के बाद किसके साथ जाएंगे, इस पर उन्होंने कहा कि सेक्यूलर पार्टियों के साथ जाएंगे, कम्युनल के साथ नहीं जाएंगे. बाहर बैठ जाएंगे. 

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जमात-ए-इस्लामी से विचारधारा का मेल नहीं

सज्जाद लोन ने कहा कि जब कोई हमारे पास आता है तो कहता है कि दिल्ली ने भेजा है, जाता खुद है. ये बात नहीं समझ आती है मुझे. यहां इन्होंने एक लेबल फिक्स कर रखा है कि आगे नहीं बढ़ने देना है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ग्रो कर रही है. ग्रोथ सस्टेनेबल होनी चाहिए. सज्जाद लोन ने कहा कि हमने बहुत मार खाई है, हम ग्रोथ कर रहे हैं.

जमात-ए-इस्लामी के निर्दलीय चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि हमारा विचारधारा के स्तर पर कोई मेल नहीं है. लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने हमारे खिलाफ जमकर वोट दिया था. लेकिन उन्होंने बहुत पेन देखा है. सैकड़ों नेता उनके जेल में हैं. अच्छा किया उन्होंने. चुनाव बाद हंग की स्थिति में किसको सीएम देखना चाहेंगे, इस सवाल पर सज्जाद लोन ने कहा कि हम अलगाववाद से आई पार्टी हैं. हमारी पहचान हमारे पिता से है और हमने उनकी लीगेसी में इतना बदलाव किया है कि वे चुनाव नहीं लड़ते थे, हम लड़ते हैं. जो भी पार्टियां मेनस्ट्रीम में रही हैं, उनका किलिंग में रोल रहा है. उन्होंने कहा कि हम पहले भी उनके साथ बैठे हैं, जरूरत पड़ी तो बैठेंगे. बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.

मेरे बच्चों का ये तीसरा पासपोर्ट 

सज्जाद लोन ने कहा कि मेरे पिता, मेरे ससुर, दोनों अलगाववादी थे. मेरी पत्नी पाकिस्तानी पासपोर्ट होल्डर है. ऐसे में राजनीति करना बहुत कठिन है. उन्होंने कहा कि मेरे बच्चे जो विदेश में पढ़ते हैं, ये उनका तीसरा पासपोर्ट है. कांग्रेस की सरकार थी और मेरी वाइफ को वे चार साल आने ही नहीं दिए. सज्जाद लोन ने कहा कि मेरा पासपोर्ट चार साल बंद रखा. मेरी पत्नी का वीजा ढाई साल से एक-एक महीने के लिए एक्सटेंड कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति करना कितना कठिन है, सोचिए थोड़ा सा बयान इधर-उधर हो गया और ग्रामर गलत हो गया तो कुछ लोग कहते हैं- ये है न, ये जाएगा बाप की तरह.

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उन्होंने कहा कि जब 2009 में चुनाव लड़ा था, एक बहुत वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसको एजेंसीज ने उठाया होगा. कश्मीर मुद्दे पर अपनी किताब अचीवल नेशनहुड का जिक्र करते हुए सज्जाद लोन ने कहा कि भूगोल को इंटैक्ट रखते हुए भी सॉल्यूशन हैं, इनकी कमी नहीं. कमी लीडरशिप के लेवल पर है. वोटर आपकी पार्टी को क्यों चुनें, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि खुद सर्वाइवर हूं, मुझे सभी समस्याएं पता हैं, मैंने अपने पिता की डेड बॉडी रिसीव की है. मुझे पता है कि ये क्या होता है. मैं पावर के विकेंद्रीकरण में भरोसा करता हूं.

पीएम मोदी से तीन बार हुई है मुलाकात

नेशनल कॉन्फ्रेंस पर लगातार अटैक को लेकर सज्जाद लोन ने कहा कि मैं तीन महीने चुप रहा, मैंने कुछ नहीं कहा. फारूक अब्दुल्ला ने दो और उमर अब्दुल्ला ने दो बयान दिए. वे बयान देने बंद कर दें, हम भी बंद कर देंगे. उमर साहब कहते हैं कि इंजीनियर राशिद को बीजेपी ने छोड़ा है. राशिद साहब बाहर आकर मुझे टार्गेट कर रहे हैं. कौन है बीजेपी, अब ये ही बता दें उमर साहब.

उन्होंने कहा कि देवेंद्र राणा, जो उमर अब्दुल्ला के राइट हैंड हैं, जिन्होंने ये कहा था कि 2014 में दिल्ली के एक होटल में ढाई घंटे तक अमित शाह के साथ बैठक कर नेगोशिएसन की बात हुई है. उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात के सवाल पर कहा कि उनसे तीन बार मिला हूं. पहली बार एक घंटे, दूसरी बार 20 मिनट और तीसरी बार 20 मिनट. सज्जाद लोन ने कहा कि उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती बताएं कि वे कितनी बार मिले हैं. उनके राइट हैंड देवेंद्र राणा ने कहा था कि 2014 में दिल्ली के एक होटल में उनकी अमित शाह के साथ ढाई घंटे तक बैठक चली थी, नेगोसिएशन के लिए. वे बताएं कि क्या बात हुई थी.

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