पूर्व आप पार्षद और 2020 दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन ने बुधवार को मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की. वह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. ताहिर हुसैन को सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को छह दिन की कस्टडी पैरोल दी है, जिससे वह 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार कर सकें.
'वोट देकर जिंदगी दे देना'
प्रचार के दौरान ताहिर हुसैन ने अपने समर्थकों से भावुक अपील करते हुए कहा 'देके वोट तुम अपना मुझे, जिंदगी दे देना.' ताहिर का गुलाब की पंखुड़ियों और 'ताहिर भाई जिंदाबाद' के नारों से स्वागत किया गया. वह करीब 300 समर्थकों के साथ मुस्तफाबाद की गलियों में प्रचार करने निकले और घर-घर जाकर वोट मांगे.
सुबह जेल से छूटकर पहुंचे चुनाव कार्यालय
सुबह 6 बजे तिहाड़ जेल से निकलकर ताहिर हुसैन 25 फुटा रोड स्थित अपने चुनाव कार्यालय पहुंचे. वहां उन्होंने समर्थकों से मुलाकात की और स्थानीय लोगों का अभिवादन किया.
सुप्रीम कोर्ट ने रखी ये शर्तें
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव प्रचार के लिए कुछ कड़ी शर्तें रखी हैं...
सुबह 6 बजे से 6 बजे शाम तक ही प्रचार कर सकते हैं.
करावल नगर स्थित अपने घर नहीं जा सकते, जो 2020 दंगों से जुड़ा है.
अपने केस से जुड़ी कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी नहीं कर सकते.
हर दिन सुरक्षा व्यवस्था के लिए 2.47 लाख रुपये जमा करने होंगे.
मुस्तफाबाद में कड़ा मुकाबला
मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर 2,88,902 मतदाता हैं. इस सीट से कई प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट (करावल नगर के मौजूदा विधायक) आप से आदिल अहमद खान (अन्ना आंदोलन से जुड़े नेता) और कांग्रेस से अली मेहदी (पूर्व विधायक हसन मेहदी के बेटे) चुनाव लड़ रहे हैं.दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे.