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केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू कश्मीर की जनता पांच साल के लिए अपनी सरकार चुनने को 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान करेगी. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव 3 चरणों में कराए जाएंगे. विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. पहले फेज में 24 सीटों पर, दूसरे फेज में 26 सीटों पर और तीसरे फेज में 40 सीटों पर मतदान होना है.
पहले चरण में इन सीटों पर होगा मतदान
-पंपोर
-त्राल
-पुलवामा
-राजपोरा
-जैनापोरा
-शोपियां
-डी.एच. पोरा
-कुलगाम
-देवसर
-दूरू
-कोकेरनाग (एसटी)
-अनंतनाग पश्चिम
-अनंतनाग
-श्रीगुफवाड़ा-बिजबेहरा
-शांगस-अनंतनाग पूर्व
-पहलगाम
-इंदरवाल
-किश्तवाड़
-पैड डेर-नागसेनी
-भद्रवाह
-डोडा
-डोडा पश्चिम
-रामबन
-बनिहाल
दूसरे चरण में इन सीटों पर होगा मतदान
-कंगन (एसटी)
-गांदरबल
-हजरतबल
-खानयार
-हब्बाकदल
-लाल चौक
-चन्नपोरा
-जदीबल
-ईदगाह
-सेंट्रल शाल्टेंग
-बडगाम
-बीरवाह
-खानसाहिब
-चरार-ए-शरीफ
-चदूरा
-गुलाबगढ़ (एसटी)
-रियासी
-श्री माता वैष्णो देवी
-कालाकोट-सुंदरबनी
-नौशेरा
-राजौरी (एसटी)
-बुद्धल (एसटी)
-थन्नामंडी (एसटी)
-सुरनकोट (एसटी)
-पुंछ हवेली
-मेंढर (एसटी)
तीसरे चरण में इन सीटों पर मतदान
-करनाह
-त्रेहगाम
-कुपवाड़ा
-लोलाब
-हंदवाड़ा
-लंगेट
-सोपोर
-रफियाबाद
-उरी
-बारामूला
-गुलमर्ग
-वागूरा-क्रीरी
-पट्टन
-सोनावारी
-बांदीपोरा
-गुरेज (एसटी)
-उधमपुर पश्चिम
-उधमपुर पूर्व
-चेनानी
-रामनगर (एससी)
-बनी
-बिलावर
-बसोहली
-जसरोटा
-कठुआ (एससी)
-हीरानगर
-रामगढ़ (एससी)
-सांबा
-विजयपुर
-बिश्नाह (एससी)
-सुचेतगढ़ (एससी)
-आर.एस. पुरा- जम्मू दक्षिण
-बाहु
-जम्मू पूर्व
-नगरोटा
-जम्मू पश्चिम
पिछली बार पांच चरणों में हुआ था मतदान
जम्मू और कश्मीर के पिछले विधानसभा चुनाव में मतदान पांच चरणों में हुआ था. 25 नवंबर 2014 को पहले चरण में जम्मू कश्मीर विधानसभा की 87 में से 15 सीटों के लिए वोट डाले गए थे. दूसरे चरण में 2 दिसंबर को 18, तीसरे चरण में 9 दिसंबर को 16 और चौथे चरण में 14 दिसंबर को 18 सीटों पर मतदान हुआ था. पांचवे और अंतिम चरण में 20 दिसंबर को 20 सीटों पर मतदान हुआ था. चुनाव नतीजों का ऐलान 23 दिसंबर 2014 को हुआ था.
10 साल बाद विधानसभा चुनाव
जम्मू और कश्मीर में 2014 के बाद ये पहला विधानसभा चुनाव होगा. 2014 में सूबे की 87 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले गए थे. तब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं, बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं. चुनाव नतीजों में कोई भी दल बहुमत के लिए तब जरूरी 44 सीट के जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंच सका था. चुनाव नतीजों के ऐलान के बाद पहले और दूसरे नंबर पर रही पार्टियों पीडीपी और बीजेपी ने गठबंधन कर सरकार मुफ्ती मोहम्मद सईद की अगुवाई में सरकार बनाई थी.
मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती ने सरकार की कमान संभाली लेकिन दोनों दलों का साथ अधिक लंबा नहीं चल सका था. 2018 के अंत तक आते-आते दोनों दलों की राहें अलग हो गईं और तब विशेष दर्जे के साथ पूर्ण राज्य रहे जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लगाना पड़ा था. सियासी दलों को मध्यावधि चुनाव की उम्मीद थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पहले परिसीमन के लिए चुनाव टला और फिर अनुच्छेद 370 हटाए जाने, केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के कारण चुनाव नहीं हो सके. सुप्रीम कोर्ट ने अभी पिछले ही साल चुनाव आयोग को निर्देश दिए थे कि जम्मू कश्मीर में सितंबर महीने तक चुनाव संपन्न कराए जाएं.
परिसीमन से ये हुआ बदलाव
जम्मू कश्मीर राज्य पुनर्गठन और परिसीमन के बाद होने जा रहे ये पहले चुनाव 2014 के मुकाबले काफी अलग होंगे. जम्मू कश्मीर में पहले 87 सीटों के लिए चुनाव होते थे. जम्मू में 37, कश्मीर में 46, लद्दाख में चार सीटें थीं. परिसीमन के बाद अब जम्मू में 43, कश्मीर में 47 विधानसभा सीटें हो गई हैं. लद्दाख के अलग होने पर जम्मू रीजन में सांबा, कठुआ, राजौरी किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर में एक-एक विधानसभा सीट बढ़ गई हैं. कश्मीर के कुपवाड़ा में भी एक सीट बढ़ी है. लिहाजा इस बार इन 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होना है.
लोकसभा चुनाव का ऐसा रहा था नतीजा
लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू कश्मीर की जनता ने मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखाया था और रिकॉर्ड मतदान किया था. जम्मू और कश्मीर में आम चुनाव के दौरान 58.46 फीसदी वोटिंग हुई थी जो पिछले 35 वर्षों में सबसे अधिक मतदान का रिकॉर्ड है. केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा की पांच सीटें हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस और भारतीय जनता पार्टी को दो-दो सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक सीट से निर्दलीय इंजीनियर राशिद को जीत मिली थी.