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यूपी उपचुनाव: करहल सीट पर फूफा-भतीजे के बीच मुकाबला, जानें किसका पलड़ा भारी?

उत्तर प्रदेश के करहल विधानसभा के उपचुनाव में सपा और बीजेपी के बीच रोचक मुकाबला है. शाक्य समुदाय यहां के चुनावी सीन को बदल सकता है, जानिए दलों की रणनीतियों और उम्मीदवारों की स्थिति क्या है.

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तेज प्रताप यादव, अनुजेश प्रताप यादव
तेज प्रताप यादव, अनुजेश प्रताप यादव

उत्तर प्रदेश में हो रहे 9 सीटों पर उपचुनाव में करहल सीट सबसे ज्यादा चर्चा में है. समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव मैदान में हैं. बीजेपी ने इस सीट से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश प्रताप यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. इससे अब यह चुनाव बड़े ही दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है. मसलन, इस सीट पर फूफा और भतीजे के बीच मुकाबला होगा.

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वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अवनीश शाक्य को इस सीट से टिकट दिया है. करहल में जहां एक और सपा ने तेज प्रताप यादव को पहले ही अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था लेकिन बीजेपी ने अनुजेश यादव की घोषणा नामांकन के डेट से ठीक एक दिन पहले की लेकिन बीजेपी ने नामांकन के तुरंत बाद कस्बा करहल में अवनीश यादव के मकान में चुनावी कार्यालय खोला. उसका उद्घाटन दुर्विजय शाक्य संगठन मंत्री और प्रेम सिंह शाक्य राज्यमंत्री से करवाकर सपा को एक संदेश दे दिया कि बीजेपी इस चुनाव में कोई कोर कसे नही छोड़ेगी.

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समाजवादी पार्टी ने खोला कार्यालय

उधर समाजवादी पार्टी ने भी कार्यालय खोलने में देरी नहीं की. डिम्पल यादव के साथ नवलकिशोर शाक्य, पूर्व सपा प्रत्याशी फरुखाबाद लोकसभा, और देवेश शाक्य सपा सांसद एटा से सपा कार्यालय का उद्धघाटन करवा दिया. अब आप सोच रहे होंगे कि दोनों ही पार्टियों के उद्धघाटन में साथ में शाक्य नेता ही क्यों? वो इस लिए की क्योंकि करहल विधानसभा शाक्य मतदाता दूसरे नंबर है.

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करहल सीट पर शाक्य समुदाय का दबदबा

मसलन, करहल सीट पर शाक्य समुदाय किंगमेकर की भूमिका में है. अब ये देखने वाली बात होगी कि शाक्य इस बार किस ओर जाएगा. वैसे तो यहां करहल में सपा का पलड़ा भारी नजर आता है, लेकिन बीजेपी अखिलेश यादव के जीजा को चुनाव मैदान में उतारकर एक बड़ी चुनौती पेश कर दी है. अब ये चुनाव दिन-प्रति-दिन बड़ी ही रोचक स्थिति में जाता दिखाई दे रहा है. अब ये तो 13 नवंबर को ही पता लगेगा कि जीत का सेहरा किसके सर सजेगा. 

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