संसद के निचले सदन यानी की लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक (The Waqf (Amendment) Bill) पेश किया जा चुका है. इस बिल को लेकर गुरुवार को विपक्ष ने संसद में जोरदार हंगामा किया. हालांकि, सरकार ने इस बिल का बचाव किया. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चंद लोगों ने पूरे वक्फ बोर्ड पर कब्जा कर रखा है. आम मुस्लिमों को न्याय दिलाने के लिए यह बिल लाया गया है.
इस बीच संसद में वक्फ बिल पेश होते समय शिवसेना (UBT) सांसदों के मौजूद ना रहने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता वारिस पठान ने भी इसे लेकर उद्धव ठाकरे की पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं.
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'सब देख रहा है महाराष्ट्र का मुसलमान'
वारिस पठान ने सवाल उठाते हुए कहा,'वक्फ बिल संसद में पेश हुआ तो उद्धव के सांसद सदन में नहीं थे. मुसलमानों ने उन्हें भर के वोट दिया तो फिर मुसलमानों के मुद्दे पर वह गायब क्यों रहे? जब मुसलमानों को जरूरत पड़ी तो उद्धव के सभी सांसद गायब हो गए. महाराष्ट्र का मुसलमान देख रहा है और विधानसभा में इसका हिसाब होगा.'
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देवड़ा ने भी साधा उद्धव गुट पर निशाना
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद मिलिंद देवड़ा ने भी उद्धव गुट पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा,'संसद में उद्धव ठाकरे की पार्टी के नुमाइंदों का असली चेहरा और दोगलापन बेनकाब हो गया. जब वक्फ बोर्ड बिल पर चर्चा हो रही थी तब UBT के सभी नुमाइंदे गैरहाजिर थे. मुसलमानों ने आपको वोट दिया, लेकिन बदले में खामोशी क्यों? इस सवाल का जवाब मुसलमान उद्धव गुट के सांसदों से जरूर मांगेंगे.'