दिल्ली चुनाव में राजनीतिक दल मुफ्त योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि शहर के असली मुद्दे जैसे वायु प्रदूषण, यमुना प्रदूषण, खराब सड़कें, कूड़े के पहाड़, और ट्रैफिक जाम पीछे छूट गए हैं. जनता भी विकास के बजाय मुफ्त सुविधाओं की मांग कर रही है. भारत की राजधानी का विकास अन्य देशों की तुलना में पीछे है, जबकि देश आर्थिक रूप से मजबूत है. चुनाव में सभी दल मुफ्त योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं, जिससे शहर के वास्तविक विकास के मुद्दे दब गए हैं.