सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि महायुति में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर अजित गुट को मना लिया है. बताया जा रहा है कि अमित शाह के आवास पर अजित पवार के साथ एक बैठक हुई जिसमें अजित ने अपनी बात चार बिंदुओं में रखी. इसके बाद भाजपा और शिवसेना ने कुछ सीटें छोड़ने का फैसला किया है, जो अजित पवार की एनसीपी को दी जाएंगी. हालांकि, कौन-कौन सी सीटें हैं, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह वही सीटें हैं, जहां 2019 में एनसीपी ने चुनाव लड़ा और जीता था।.