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बंगाल विधानसभा चुनाव

बंगाल में लेफ्ट 'कहां' है...वरिष्ठ नेता के चुनावी कार्यक्रम में इक्का-दुक्का लोग, Photos

वरिष्ठ नेता के कार्यक्रम में इक्का-दुक्का लोग
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पश्चिम बंगाल में लेफ्ट के 30 सालों के शासन को उखाड़ कर ममता बनर्जी ने वहां अपनी सरकार बनाई थी. अब एक बार फिर बंगाल की कुर्सी पर कब्जे के लिए (विधानसभा चुनाव 2021) जंग शुरू हो चुकी है. कभी वामपंथी विचारधारा का गढ़ माने जाने वाले बंगाल के मौजूदा चुनाव पार्टी कहां खड़ी है, उसे लेकर ये तस्वीरें सवाल खड़े कर रही हैं. दरअसल, झारग्राम में जब लेफ़्ट फ़्रंट के वरिष्ठ नेता विमान बोस पहुंचे तो उन्हें सिर्फ इक्का-दुक्का लोग ही सुनने के लिए पहुंचे. (तस्वीर - आशीष रंजन)
 

वरिष्ठ नेता के कार्यक्रम में इक्का-दुक्का लोग
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तस्वीर झारग्राम के जगल महल इलाके की हैं जहां लेफ्ट फ्रंट के उम्मीदवार के चुनाव प्रचार के लिए वरिष्ठ नेता विमान बोस पहुंचे थे. डोर टू डोर प्रचार के बाद लालगढ़ बस अड्डे के समीप उन्होंने एक सभा को भी संबोधित किया लेकिन उन्हें सुनने वाले बेहद कम गिने चुने लोग ही थे. विमान बोस CPIM के सचिव पद पर भी रह चुके हैं.  (तस्वीर - आशीष रंजन)

वरिष्ठ नेता के कार्यक्रम में इक्का-दुक्का लोग
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लेफ्ट फ्रंट के नेता विमान बोस ने लालगढ़ में भी लोगों को संबोधित किया. यह इलाका झारग्राम विधानसभा के अंतर्गत आता है जहां 27 मार्च को वोटिंग होगी. बता दें कि लालगढ़ वही इलाक़ा है जहां 2009-11 के बीच में कई हिंसक घटनाएं हुई थी जिसके बाद राज्य से लेफ्ट फ्रंट की सरकार चली गई थी. लेफ्ट फ्रंट की हार में इसे एक बड़ा कारण माना गया था.  (तस्वीर - आशीष रंजन)

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इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अलावा लेफ्ट पार्टियां ने भी पूरी ताकत लगाई है. बंगाल में अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन फिर से हासिल करने के लिए मार्क्सवादी कंम्युनिस्ट पार्टी (माले) (CPIM) ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है. बीजेपी और टीएमसी को टक्कर देने के लिए युवा चेहरों को मैदान में उतारा है.  (तस्वीर - आशीष रंजन)

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हालांकि, बंगाल में अपनी राजनीतिक जमीन खो चुकी लेफ्ट पार्टियों में अब जिला स्तर पर संगठन और नेताओं की भी कमी है. यही वजह है कि पार्टी ने युवा शाखा के ज्यादा से ज्यादा नेताओं पर इस चुनाव में दांव लगाया है.  (तस्वीर - आशीष रंजन)
 

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