पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव का काउंडडाउन शुरू हो गया है. गुरुवार को केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम कोलकाता के दौरे पर है, जहां सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की जा रही है. बैठक में आने वाले चुनावों की तैयारी पर मंथन किया जाएगा.
कोलकाता के ओबरॉय ग्रैंड होटल में गुरुवार सुबह ये बैठक शुरू हुई. बैठक में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद हैं.
TMC नेता ने बीजेपी पर लगाया आरोप
टीएमसी नेता फिरहाद हकीम ने चुनाव आयोग के साथ बैठक के बाद कहा कि बीजेपी ने बैठक में रोहिंग्या, बांग्लादेशियों का वोटर लिस्ट में नाम होने का आरोप लगाया. टीएमसी ने इसे चुनाव आयोग की ही जिम्मेदारी बताया. टीएमसी नेता ने कहा कि बीजेपी की ओर से बंगाल में हिंसा भरे चुनाव कराने की तैयारी है, लेकिन हम शांति चाहते हैं. फिरहाद हकीम ने आरोप लगाया कि बॉर्डर इलाकों में वोट पाने के लिए बीजेपी बीएसएफ की मदद ले रही है.
पिछले कुछ वक्त में चुनाव आयोग की ओर से बंगाल के कई दौरे किए जा चुके हैं. जिसमें आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि मई से पहले ही राज्य में विधानसभा चुनाव कराये जा सकते हैं.
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी नेताओं को कुछ वक्त पहले चुनाव आयोग से मुलाकात की गई थी. तब राज्य में लगातार बढ़ रही हिंसा, राजनीतिक हिंसा का मुद्दा उठाया गया था और अभी से ही चुनाव आचार संहिता लागू करने की अपील की गई थी.
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बंगाल में लगातार जारी है राजनीतिक हिंसा
पिछले कुछ दिनों में ही बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में चुनावी रैलियों या रोड शो में विवाद देखने को मिला है. बीते दिन ही हुगली में हुई भारतीय जनता पार्टी की पदयात्रा में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ‘गोली मारो...’ के नारे लगाए, जिसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले टीएमसी की रैलियों में भी इस तरह के नारे सुनाई दिए थे.