पश्चिम बंगाल में चुनावी साल का आगाज हो चुका है. विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को लगातार झटके लगते जा रहे हैं. मंगलवार को ममता सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लक्ष्मी रतन शुक्ला का इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
ममता बनर्जी ने कहा कि लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा है कि वो बतौर एमएलए काम करते रहेंगे. लेकिन वो राजनीति छोड़ना चाहते हैं. ममता ने कहा कि वो उनके फैसले का स्वागत करती है और और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती हैं. ममता ने कहा कि वो एक खिलाड़ी है और खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं.
लक्ष्मी रतन शुक्ला बंगाल सरकार में खेल मंत्री थे, लेकिन मंगलवार को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, अभी वो तृणमूल कांग्रेस से ही विधायक हैं.
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सूत्रों की मानें, तो लक्ष्मी रतन शुक्ला राजनीति से ही अलग होना चाहते हैं. उन्होंने मंगलवार को मंत्री पद के अलावा हावड़ा के टीएमसी जिला अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया.
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आपको बता दें कि लक्ष्मी रतन शुक्ला भारत के लिए तीन वनडे खेल चुके हैं. इसके अलावा आईपीएल में भी वो कोलकाता नाइट राइडर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के साथ खेल चुके हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने राजनीति का रुख किया, बंगाल के हावड़ा उत्तर से विधायक बने. जिसके बाद ममता सरकार में उन्हें खेल और युवा मामलों के मंत्री का पद मिला.
कई नेता छोड़ रहे हैं टीएमसी का साथ
पश्चिम बंगाल में इस साल मई में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले टीएमसी को झटके पर झटके लग रहे हैं. पहले शुभेंदु अधिकारी ने मंत्री पद से इस्तीफा देकर पार्टी छोड़ी और बीजेपी में आ गए. उनके अलावा उनके कई समर्थक, टीएमसी विधायक भी पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी के साथ जुड़ गए हैं.
टीएमसी का साथ छोड़ने वाले नेताओं का आरोप है कि जब से पार्टी में अभिषेक बनर्जी, प्रशांत किशोर का दबदबा बढ़ा है, पार्टी में सही से काम नहीं हो रहा है. हालांकि, बीते दिनों ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि कुछ लोगों को ले जाने से उनकी पार्टी पर असर नहीं पड़ेगा. बंगाल में टीएमसी की ही सरकार बनेगी.