बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को आज अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है. लंबे वक्त से सौरव गांगुली के राजनीति में आने की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन इस बीच बंगाल सरकार में मंत्री साधन पांडे ने दावा किया है कि सौरव गांगुली राजनीति में नहीं आएंगे.
बीते दिन पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने बंगाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए बंगाल सरकार में मंत्री साधन पांडे ने कहा कि उन्हें (लक्ष्मी रतन शुक्ला) लगा था कि अगर सौरव गांगुली राजनीति में आते हैं तो वो भी रहेंगे, लेकिन अब गांगुली राजनीति में नहीं आ रहे हैं.’
मंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं से ऊपर जगह दी, लेकिन अब पांच साल बाद उन्हें अहसास हुआ कि उन्हें अपने क्षेत्र में वापस जाकर काम करना चाहिए.
आपको बता दें कि लक्ष्मी रतन शुक्ला ने 2016 के विधानसभा चुनाव से राजनीति ज्वाइन की थी. उन्होंने हावड़ा नॉर्थ सीट पर जीत हासिल मिली थी, जिसके बाद उन्हें खेल मंत्री बनाया गया. हालांकि, मंगलवार (5 जनवरी) को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, उन्होंने संकेत दिए कि वो राजनीति में नहीं रहना चाहते हैं. लक्ष्मी रतन शुक्ला ने हाल ही में सौरव गांगुली से मुलाकात की थी, वो उनका अस्पताल में पता करने भी पहुंचे थे.
बंगाल में इसी साल मई में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में लंबे वक्त से सौरव गांगुली को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. हालांकि, कई बार सौरव गांगुली खुद राजनीति में आने से इनकार कर चुके हैं. उन्हें कार्डिएक अरेस्ट से जुड़ी दिक्कत आई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था.