ऑडियो प्रकरण के बाद शनिवार को पीसी करते हुए बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि प्रशांत किशोर का बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि पिछले कुछ महीने में टीएमसी को ये रणनीतिकार ही चला रहे हैं. जिसकी वजह से टीएमसी पार्टी के कई बड़े नेता पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल भी हुए हैं.
अमित मालवीय ने कहा कि ये प्रेस कांफ्रेंस आज ममता बनर्जी के राजनीतिक सलाहकार, रणनीतिकार हैं, उनके टेप से संबंधित है. शुक्रवार रात को क्लब हाउस नाम के एक प्लेटफॉर्म पर तथाकथित रणनीतिकार दिल्ली के कुछ पत्रकारों को और कई सौ यूजर्स से चर्चा करते हुए ये कहते पाए गए कि बंगाल में भाजपा को बड़ी बढ़त मिल चुकी है.
मालवीय ने बताया कि उनका कहना था कि उनके खुद के आंतरिक सर्वे में भी भाजपा को बड़ी बढ़त दिखाई दे रही है. इतना ही नहीं, उन्होंने इस बात को भी माना कि बंगाल में भाजपा चुनाव जीत रही है. तीन चरणों के मतदान के बाद इस बात को मानना वो भी जब चौथे चरण का मतदान आज होना था, ममता बनर्जी के रणनीतिकार का ये बयान अपने आप में बहुत मायने रखता है.
'बंगाल में बीजेपी की जीत के कारण बताए'
उन्होंने कहा कि ये बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि पिछले कुछ महीने में टीएमसी को ये रणनीतिकार ही चला रहे हैं. जिसकी वजह से टीएमसी पार्टी के कई बड़े नेता पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल भी हुए हैं.
अमित मालवीय ने कहा कि बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की जीत के कारण भी गिनाए जाते हैं. ये एक तरह से पिछले कई महीनों से जो भाजपा कह रही है उसकी पुष्टि करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व बंगाल के चुनाव में बहुत मायने रखता है. मोदी लोकप्रिय नेता हैं, एक कट फॉलोइंग है उनकी, ऐसा ममता बनर्जी के रणनीतिकार का कहना है.
उनका यह भी कहना है कि पिछले 20 सालों में लेफ्ट, कांग्रेस और फिर टीएमसी के द्वारा जिस तरह से तुष्टिकरण की राजनीति देखी गई, उसकी वजह से जमीन पर ध्रुवीकरण देखा जा रहा है. इस ध्रुवीकरण का नुकसान सीधा टीएमसी को हो रहा है. टीएमसी की तुष्टिकरण की राजनीति और उसका खामियाजा खुद टीएमसी को उठाना पड़ रहा है.
'दलित बीजेपी के साथ'
उन्होंने कहा कि वो ये भी कहते हैं कि दलित समाज जो बंगाल की 27% की आबादी है, वो एकमुश्त होकर भाजपा के साथ खड़ी है. उन्होंने ये माना कि मतुआ समाज, राजवंशी समाज, नमोशूद्र समाज भाजपा के साथ लामबंद है. 2019 में जिस प्रकार का समर्थन भाजपा को मिला था उससे कहीं अधिक समर्थन अब भाजपा को दलित समाज से मिल रहा है.
'अभी हाल में ही टीएमसी की एक नेता सुजाता मंडल जो ममता बनर्जी के करीबी हैं. उन्होंने ये तक कह दिया कि बंगाल का दलित, स्वभाव से भिखारी है. ममता बनर्जी के इतना करने के बाद भी वो संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी के नेता बंगाल के दलित समाज के बारे में ऐसी राय रखते हैं तो आप समझ सकते हैं कि ममता बनर्जी का इस समुदाय के प्रति क्या रवैया होगा?'
मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी के रणनीतिकार ने ये भी माना कि भाजपा का संगठन मजबूत है, नीचे बूथ तक फैला हुआ है और भाजपा के चुनाव लड़ने की शैली अपने में अद्भुत है.
आज जारी हुए ऑडियो
इससे पहले बंगाल में चौथे चरण के चुनाव के बीच बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आज सुबह कुछ ऑडियो जारी कर दावा किया कि ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने स्वीकार किया है कि बंगाल में बीजेपी जीत रही है, लेकिन इस दावे के बाद विवाद बढ़ गया है.
बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आज सुबह क्लब हाउस ऐप के कुछ ऑडियो जारी करते हुए दावा किया था कि ममता के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) ने स्वीकार किया कि बंगाल में बीजेपी जीत रही है. हालांकि प्रशांत ने बीजेपी के इस दावे को नकार दिया और कहा कि पार्टी उनकी बातचीत के चुनिंदा हिस्से जारी करने के बजाए पूरी बातचीत जारी करे ताकि सच्चाई सामने आ सके.
अमित मालवीय की ओर से आज सुबह एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए जिसमें वीडियो क्लब हाउस ऐप पर चल रही चर्चा की ऑडियो रिकॉर्डिंग हैं, जिसमें प्रशांत किशोर कुछ पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे.
इस वीडियो में प्रशांत किशोर यह कहते हुए सुनाई दे रहे कि वोट मोदी के नाम पर हैं, हिंदू होने के नाम पर है. ध्रुवीकरण, हिंदी भाषी, SC ही चुनाव के फैक्टर हैं. मोदी यहां पॉपुलर हैं. मतुआ समुदाय बड़ी संख्या में बीजेपी के लिए वोट कर रहा है. वह यह कहते सुनाई दे रहे कि बंगाल में टीएमसी के खिलाफ एंटी इंकंबैंसी है, न कि मोदी के खिलाफ. वे यह भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि बंगाली की राजनीति का इकोसिस्टम मुस्लिम वोटों को हासिल करने का ही रहा है और पहली बार हिंदुओं को लग रहा है कि उनकी बात हो रही है.
इस क्लिप के आने के बाद प्रशांत किशोर ने बीजेपी के दावे पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सच्चाई सामने लाने के लिए पूरा ऑडियो रिलीज करना चाहिए.