बंगाल के नंदीग्राम में चुनाव अभियान के दौरान शाम के वक्त टीएमसी नेता ममता बनर्जी हादसे का शिकार हो गईं और उनके पैर में चोट आई है. ममता ने आरोप लगाया कि जानबूझकर उनके पैर को कुचलने की कोशिश की गई तो बीजेपी की ओर से कहा गया कि वह नाटक कर रही हैं और लोगों की सहानुभूति हासिल करना चाहती हैं.
नंदीग्राम में ममता के पैर में चोट को बीजेपी की ओर से नाटक बताया जा रहा है. ममता पर हुए हमले को बीजेपी नेता और पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह सब कुछ ममता की सहानुभूति पाने की कोशिश है क्योंकि उनकी बंगाल से जमीन खिसक गई है. वह नाटक कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि उन पर हमले की बात कोई सोच नहीं सकता. 200-300 पुलिसकर्मियों के होते हुए उन पर हमला कैसे हो गया. विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि अगर ममता पर हमला हुआ है तो चुनाव आयोग इस प्रकरण पर सीबीआई से जांच कराए.
सहानुभूति पाने की कोशिशः अर्जुन
पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता और बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री की ओर से उन पर हमला होने के आरोप पर कहा कि 300 पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री को सुरक्षा मुहैया कराते हैं. वह सहानुभूति पाने के लिए ऐसा कर रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ये क्या तालिबान है जो ममता बनर्जी पर अटैक करेगा.
उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी पर किसने हमला किया. अगर उन्हें वास्तव में धक्का दिया गया या हमला किया गया तो पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा कि हम शुरू से एक ही बात बता रहे हैं कि राज्य में कानून और व्यवस्था एक बड़ी समस्या रही है. वह केवल नाटक कर रही हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या ये तालिबान है कि ममता पर अटैक होगा.
खेल खत्मः पीयूष गोयल
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ममता के आरोप पर कहा कि आप इस तरह की राजनीति जानते हैं. ऐसा लगता है कि वह परेशान हैं क्योंकि वह पश्चिम बंगाल में दूसरे स्थान के लिए लड़ रही हैं. वह नंदीग्राम और पश्चिम बंगाल में हार रही हैं. यह उनके लिए खेल खत्म होने जैसा है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी कहा कि अगर किसी ने उनका पैर कुचल दिया तो उनकी सुरक्षा में मौजूद लोग क्या कर रहे थे.
दूसरी ओर टीएमसी का कहना है कि कार को जबरन बंद करने की कोशिश की गई. नंदीग्राम से टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर राय ने घटना पर कहा कि शाम करीब 6.15 बजे जब वह (ममता) एक मंदिर में पूजा करने के बाद बिरुलिया अंचल से निकलने वाली थीं तो कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें कार में धकेल दिया और जबरन दरवाजा बंद कर दिया, जिसकी वजह से उनके बाएं पैर में भी चोटें आईं और कमर में तेज दर्द हो रहा है. उन्हें उपचार के लिए कोलकाता भेजा गया है.
टीएमसी नेता और लोकसभा सांसद नुसरत जहां ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि हमारे प्रिय नेता ममता बनर्जी पर हमले की कड़ी निंदा करते हैं. आप उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन हमारी दीदी हमेशा ऊंची रहेंगी. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं.
क्या कोई भरोसा करेगाः अधीर रंजन
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी इसे ममता का नाटक करार दिया. उन्होंने कहा कि ममता को नाटक करने की आदत है. ममता एक नेता ही नहीं हैं बल्कि वह मुख्यमंत्री भी हैं, लेकिन ताज्जुब की बात है कि जब उन पर हमला होता है तो उस समय कोई पुलिस वाला वहां मौजूद नहीं रहता है. कोई आस-पास नहीं रहता है. तो ऐसे में क्या कहना चाहिए कि बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ बंगाल की पुलिस नहीं रहती है. ये किसी को यकीन आएगा. क्या कोई इस पर भरोसा करेगा.
उन्होंने कहा कि जब पूरे नंदीग्राम में पुलिस ने सुरक्षा का अपना जाल बिछा दिया. इस बीच वहां पर 3-4 लोग आए और ममता को धक्का दे दिया. चोट भी उन्हें पैर में लगी है. ये कोई विश्वास करेगा.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर ममता के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है.
प. बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री @MamataOfficial के चोटिल होने की सूचना चिंताजनक है। उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 10, 2021
इस संदर्भ में तत्काल एक उच्च स्तरीय समिति बनाकर जाँच होनी चाहिए, जिससे सच सामने आ सके।
दूसरी ओर, ममता के पैर की चोट गंभीर बताई जा रही है. उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. ममता को अब कोलकाता को लाया जा रहा है. उन्हें सड़क मार्ग के जरिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कोलकाता लाया जा रहा है. कोलकाता के 2 अस्पताल को तैयार रहने को कहा गया है.