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बंगाल: परिवर्तन यात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प, धरने पर बैठे कैलाश विजयवर्गीय

घटना उत्तर 24 परगना के कापा मोड़ की है जहां से भाजपा कार्यकर्ता 'परिवर्तन रैली' निकाल रहे थे. तभी पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की. पुलिस ने इस बाबत कुछ बैरिकेडिंग लगाई हुईं थीं लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग ही तोड़ डालीं.

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भाजपा कार्यकर्ता बंगाल पुलिस से भिड़े (फाइल फोटो)
भाजपा कार्यकर्ता बंगाल पुलिस से भिड़े (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तर 24 परगना में परिवर्तन रैली निकाल रही थी बीजेपी
  • पुलिस की लगाई बैरिकेडिंग को कार्यकर्ताओं ने तोड़ा
  • रैली रोके जाने के विरोध में धरने पर बैठे कैलाश
  • रैली के समापन में कल शामिल होंगे जेपी नड्डा

बंगाल की राजनीति में हर रोज कुछ न कुछ घट रहा है. बुधवार के दिन भाजपा कार्यकर्ता एक रैली निकाल रहे थे. पुलिस ने इसके लिए कुछ बैरिकेडिंग लगा रखी थीं. लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने वे बैरिकेडिंग ही तोड़ दीं. इसके बाद पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद की स्थिति बन गई है. सूचना मिल रही है कि भाजपा कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए हैं.

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घटना उत्तर 24 परगना के कापा मोड़ की है, जहां से भाजपा कार्यकर्ता 'परिवर्तन रैली' निकाल रहे थे. तभी पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की. पुलिस ने इस बाबत कुछ बैरिकेडिंग लगाई हुईं थीं लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने वे बैरिकेडिंग ही तोड़ डालीं. आपको बता दें कि ये परिवर्तन यात्रा गुरुवार के दिन बैरकपुर में खत्म होनी है जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इसे संबोधित करने वाले हैं. पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच के इस गतिरोध की सूचना मिलते ही भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं. जहां उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस के खिलाफ धरना देना शुरू कर दिया है.

बंगाल में जल्दी ही चुनाव होने वाले हैं. जिसे लेकर बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में आमने-सामने का टकराव बना हुआ है. इससे पहले भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता भी आपस में कई बार भिड़ चुके हैं. बंगाल में सबसे ताजा मामला ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी और साली को सीबीआई द्वारा नोटिस दिए जाने का चल रहा है.

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सीबीआई ने इन दोनों को 'अवैध कोयला खनन' मामले में पूछताछ के लिए बुलाया हुआ है. ममता सरकार ने सीबीआई के इस कदम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी हलफनामा दाखिल किया है जिसमें बंगाल सरकार ने कहा है कि सीबीआई को इस मामले में जांच का अधिकार नहीं है. सरकार ने इस मामले की जांच की अनुमति पहले ही वापस ले ली है. इसलिए सीबीआई द्वारा की जा रही एकतरफा कार्रवाई असंवैधानिक है

 

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