पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा. बीजेपी ने इस दौरान बंगाल चुनाव में केंद्रीय पर्यवेक्षक की मांग की है. साथ ही बंगाल में आगामी चुनाव के दौरान केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की.
बीजेपी के मनोनीत राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन प्रावधानों के संभावित दुरुपयोग के बारे में अपनी आशंकाओं से अवगत कराया, जो 80 वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांग लोगों और मतदाताओं को डाक मतपत्रों के जरिये वोट डालने की अनुमति देता है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने इसके बजाय ऐसे लोगों के लिए मतदान केंद्रों में विशेष सुविधाएं मुहैया कराये जाने की अपील की.
असल में, चुनाव आयोग ने पिछले साल कोरोना संकट को देखते हुए यह प्रावधान किया था कि 80 वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांग लोग डाक के जरिये वोट दे सकते हैं. स्वपन दासगुप्ता ने पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ऐसे प्रावधान का दुरुपयोग कर सकती है.
Mamata Banerjee govt can’t be allowed to hijack democratic processes and let violence go on. @BJPBengal stands committed to restoring rule of law. Met EC officials with party leaders seeking early deployment of forces for peaceful polls. pic.twitter.com/xfOuatVJFX
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) February 5, 2021
चुनाव आयोग पहुंचने वाले पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, राज्य प्रमुख दिलीप घोष और स्वप्न दासगुप्ता के अलावा अन्य लोग शामिल थे. बंगाल में अप्रैल-मई में चुनाव होने वाले हैं. भूपेंद्र यादव ने कहा कि बंगाल में हिंसा बहुत ज्यादा है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी हिंसक हो रही है, चुनाव पर्यवेक्षक को इस पर गौर करना चाहिए. बंगाल में सुरक्षा बलों को तैनात किया जाना चाहिए.