पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर चुनाव आयोग (EC) अब सख्त हो गया है. आयोग ने बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ सायंतन बसु पर भी एक्शन लिया है. विवादित बयान के चलते EC ने सायंतन बसु को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
बता दें कि चौथे चरण के मतदान के दौरान कोच बिहार के सीतलकुची में हिंसा हुई थी. जिसमें चार लोगों की जान चली गई. सीतलकुची में हुई फायरिंग को लेकर बीजेपी नेता सायंतन बसु ने बयान दिया था, जिसको लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की गई. जिसपर अब EC ने उन्हें नोटिस थमा दिया.
सूत्रों ने दावा किया कि चुनाव आयोग को एक शिकायत मिली थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि सीतलकुची हिंसा पर सायंतन बसु ने एक भड़काऊ बयान दिया, जो कि धमकी भरे लहजे में था. ये बयान उत्तर 24 परगना जिले के बारानगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान दिया गया. आरोप है कि उन्होंने रैली में कहा कि "बहुत ज्यादा खेल मत खेलो, हम सीतलकुची का खेल खेलेंगे. यदि आप एक को मरोगे तो हम आपके चार मारेंगे, सीतलकुची देखा है."
बीजेपी नेता सायंतन बसु की इस कथित टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई. जिस पर EC ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से उनके भाषण की डिटेल मांगी. मामले की जांच के बाद चुनाव आयोग ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना. जिसके बाद चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया. EC ने उन्हें 24 घंटे के भीतर अपना पक्ष बताने के लिए कहा है.
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण के लिए चुनाव आयोग बेहद सख्त हो गया है. आयोग ने विवादित बयान के चलते दिलीप घोष पर प्रचार के लिए 24 घंटे का बैन लगा दिया है. आयोग ने इससे पहले बीजेपी नेता राहुल सिन्हा पर भी चुनाव प्रचार के लिए 48 घंटे का बैन लगाया था.
रिपोर्ट- राजेश साहा