बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरम होता जा रहा है. राजनीतिक दल दूसरे दलों में सेंध लगाने की कोशिश में लगे हुए हैं. पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) के कई नेता शामिल हुए तो कुछ अन्य नेता टीएमसी में भी शामिल हुए. अब राज्य के खाद्य और आपूर्ति मंत्री ने यह दावा कर सभी को चौंका दिया है कि टीएमसी में 6-7 सांसद शामिल होंगे.
स्वामी विवेकानंद की 157वीं जयंती के अवसर पर आज मंगलवार को नॉर्थ 24 परगना जिले के हाबड़ा में आयोजित एक समारोह के दौरान खाद्य और आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने सनसनीखेज दावा किया कि 6 से 7 सांसद तृणमूल कांग्रेस में जल्द ही शामिल होंगे.
स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर कोलकाता में शिमला स्ट्रीट में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ज्योतिप्रिय ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि वह आज यहां क्यों आए. मैं अभी भी उलझन में हूं कि क्या वह अगले 4-5 महीने के लिए बीजेपी में रहेंगे. शायद वह अपना हिस्सा पूरा करने के बाद पार्टी छोड़ दें.'
वापसी की कतार में कईः मलिक
उन्होंने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी में एक भी व्यक्ति नहीं होगा. मैं कह सकता हूं कि बहुत जल्द 6 से 7 सांसद टीएमसी में शामिल होंगे. वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे. वे मई के पहले हफ्ते में टीएमसी में शामिल होंगे. इनमें वो भी शामिल हैं जो बीजेपी में शामिल होने के लिए टीएमसी छोड़ गए थे, ऐसे लोग भी लाइन में लगे हैं और अब टीएमसी में वापसी के लिए अनुरोध कर रहे हैं.'
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हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाले शोवन देव चट्टोपाध्याय और शुभेंदु अधिकारी जैसे नेताओं की ओर से टीएमसी के भ्रष्ट होने के बारे में कहे जाने पर उन्होंने कहा, 'हर कोई जो तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार के बारे में बात कर रहा है, वह शारदा घोटाला में शामिल है.
उन्होंने बहुत पैसा कमाया है, जो उन्होंने बनाया है उसे पचा नहीं सकते, और वे इसके लिए बुला रहे हैं, और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. वे मई के अंत तक टीएमसी में लौटने के लिए लाइन लगाएंगे. तब हम विचार करेंगे कि क्या उन्हें फिर टीम में शामिल किया जाए.'
ज्योतिप्रिय मलिक ने मटुआ समुदाय को नई नागरिकता दिए जाने को लेकर कहा कि मटुआ नागरिक पहले ही वोट देते रहे हैं इसलिए उन्हें फिर से नई नागरिकता प्राप्त करने का कोई सवाल ही नहीं है. ममता बनर्जी ने भी यही बात कही है. इसलिए उन्हें जीत मिली है. उन्हें खुश होना चाहिए." उन्हें आनंद लेना चाहिए. (इनपुट- दीपक देबनाथ)