गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ममता बनर्जी के चुनावों का शेड्यूल बीजेपी के पक्ष में होने के आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के पिछले 5 चुनावों से यही शेड्यूल है. जब पिछली बार 2011 में ममता दीदी जीती थीं तब भी यही शेड्यूल था. ये तो ‘नाच ना जाने, आंगन टेढ़ा’ होने वाली बात हुई.
आजतक के साथ एक विशेष बातचीत में गृहमंत्री अमित शाह से पूछा गया था कि विपक्ष का कहना है जिन जगहों पर बीजेपी मजबूत है वहां पर पहले चुनाव होते हैं और उसके बाद जब लोग पूछते हैं कि पहले दो चरण में कौन सी पार्टी जीत रही तो बीजेपी के पक्ष में हवा बनाने में मदद मिलती है.
वादे पूरे नहीं कर पाईं ममता दीदी
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर कहा कि वह जनता से किए वादे पूरे नहीं कर पाईं और सत्ता में आकर सत्ता का सुख भोगा.
भतीजे को मुख्यमंत्री बनाने में लगा दिए 5 साल
अमित शाह ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी दूसरी पारी भतीजे को मुख्यमंत्री बनाने में बर्बाद कर दी. उन्होंने बंगाल को विकास नहीं दिया. सुरक्षा नहीं दी और ना ही घुसपैठ रोक पाईं. ममता बनर्जी शरणार्थियों को नागरिकता नहीं दे पाईं. अब वो चुनाव के शेड्यूल का बहाना निकाल रही हैं.
पश्चिम बंगाल में 200 से अधिक सीटों के साथ जीत
अमित शाह ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में 200 से अधिक सीटों के साथ जीत दर्ज करने का दावा किया. अन्य राज्यों को लेकर उन्होंने कहा कि असम में पार्टी की स्थिति में एक या दो सीट का ऊपर नीचे होगा. पुडुच्चेरी में राजग की सरकार बनने जा रही है. वहीं तमिलनाडु में मुकाबला कठोर है लेकिन भाजपा पूरे दमखम के साथ मैदान में है.
ये भी पढ़ें: