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पश्चिम बंगाल के हावड़ा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता धर्मेंद्र सिंह की मंगलवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस घटना में उनका एक साथी भी गंभीर रूप से घायल हुआ है. बताया जा रहा है कि वह शालीमार से अपने घर बी गार्डेन की ओर जा रहे थे. इसी दौरान बाइक सवार हमलावरों ने उन पर पांच राउंड गोलियां चलाई. हत्या के विरोध में गुस्साए लोगों ने जमकर तांडव मचाया. प्रदर्शनकारियों ने 10 से अधिक दुकानें और कई बसों में तोड़फोड़ की.
धर्मेंद सिंह और उनके साथी को आंदुल रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने धमेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे हमलावरों की पहचान करने में जुट गई है.
वहीं, इस घटना पर राज्य सरकार में मंत्री अरूप राय ने बयान दिया है. उन्होंने इसे दुखद बताया और कहा कि साजिश के तहत टीएमसी कार्यकर्ता हत्या की गई. पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच करे. उन्होंने कहा कि घटना में विपक्षी दलों का हाथ हो सकता है. पुलिस आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करे.
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वहीं, बीजेपी के जिलाध्यक्ष सुरोजीत साहा ने कहा कि अरूप राय शायद यह भूल गए कि इसी वर्ष 16 अगस्त को वार्ड नंबर 17 में तृणमूल कांग्रेस की ओर से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर के पास तृणमूल के दो गुटों के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प में एक युवक ने बंदूक निकालकर फायरिंग करने की कोशिश की थी. स्थानीय लोगों ने उस युवक को पकड़कर जमकर पीटा था. वह युवक धमेंद्र सिंह ही था. यह तृणमूल की आपसी गुटबाजी का नतीजा है.
हत्या के बाद इलाके में बवाल
धमेंद्र सिंह वार्ड नंबर 39 के तृणमूल कांग्रेस के नेता थे. वह बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर भी थे. मंगलवार शाम चार बजे वह बाइक से अपने एक साथी को बिठाकर घर जा रहे थे. शालीमार के तीन नंबर गेट के पास एक बाइक पीछे से उनके करीब पहुंची और उसपर सवार हमलावरों ने पांच राउंड गोलियां चलाई.
बताया जा रहा है कि धमेंद्र सिंह को एक गोली सिर पर और दो गोली सीने में लगी, जबकि उनके साथी को एक गोली हाथ में लगी. गोली लगते ही दोनों गिर पड़े. गोली की आवाज सुनते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे. दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने धर्मंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया.
इस घटना की खबर इलाके में फैलते ही गुस्साए लोगों ने जमकर तांडव मचाया. प्रदर्शनकारियों ने 10 से अधिक दुकानें और चार बसों में तोड़फोड़ की. कई बाइक को आग के हवाले कर दिया गया. हालात को बेकाबू होते देख RAF को इलाके में तैनात किया गया है.