scorecardresearch
 

ममता सरकार की 3 बड़ी समस्या क्या हैं जिससे रुक गया बंगाल का विकास, शाह ने बताया

गृह मंत्री अमित शाह इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के मंच पर पहुंचे. इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल का रंग नजर आया. 'पॉवर पॉलिटिक्सः बैटल फॉर बंगाल' सत्र में अमित शाह ने कहा कि उनकी मंशा है कि बंगाल में फिलहाल जो चल रहा है, वह रुके. बंगाल की जनता बीजेपी के साथ है.

Advertisement
X
गृह मंत्री अमित शाह (फोटो-इंडिया टुडे)
गृह मंत्री अमित शाह (फोटो-इंडिया टुडे)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'बंगाल में राजनीति का अपराधीकरण हुआ'
  • 'भ्रष्टाचार को संस्थागत किया गया है'
  • बीजेपी बंगाल में सरकार बनाएगी-अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के मंच पर पहुंचे. इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल का रंग नजर आया. 'पॉवर पॉलिटिक्सः बैटल फॉर बंगाल' सत्र में अमित शाह ने कहा कि उनकी मंशा है कि बंगाल में फिलहाल जो चल रहा है, वह रुके. शाह ने कहा कि बंगाल की जनता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ है. बंगाल की जनता नहीं चाहेगी कि जो अब तक हुआ वह आगे पांच साल भी हो.
 
बंगाल का सबसे बड़ा मुद्दा क्या है? या बीजेपी को लगता है बंगाल की सत्ता में आने का यही सही समय है? अमित शाह ने कहा, 'हमारा सही समय हम नहीं, जनता तय करती है. ये लोकतंत्र है, किसी के कहने से कोई वोट दे देगा ऐसा नहीं होता है. जनता बड़ी परिपक्व होती है, सही समय किस पार्टी का है ये जनता को तय करना है.'

Advertisement

ममता सरकार की तीन बड़ी समस्याएं क्या हैं? अमित शाह ने कहा, 'ममता जी के शासन में बंगाल में- 1. प्रशासन का राजनीतिकरण हुआ है, 2. राजनीति का अपराधीकरण हुआ है. 3. भ्रष्टाचार को संस्थागत किया गया है. इन तीनों चीजों के रहते बंगाल विकास की प्रतिस्पर्धा में आगे नहीं बढ़ सकता है.'

अमित शाह ने कहा कि जो पार्टी के मूल सिद्धांत होते हैं, उन्हें हम नफा-नुकसान के तराजू में नहीं तौलते हैं, राष्ट्रहित के तराजू में तौलते हैं. चाहे फायदा हो या नुकसान. जो मूल सिद्धांत होते हैं, उसमें बीजेपी अडिग रहती है. चुनाव में जीत के मुद्दे पर गृह मंत्री ने कहा कि जब भी हम जीतते हैं तो कांग्रेस और विपक्ष हमेशा कहता है कि EVM में घपला हुआ. मगर जब वो जीतते हैं तो शपथ ले लेते हैं. हार जाते हैं तो कहते हैं कि गड़बड़ है.

Advertisement

गृह मंत्री ने कहा कि चुनाव एक संवैधानिक प्रक्रिया है. मैं बंगाल की जनता को आश्वस्त करता हूं कि इस बार आपको बूथ पर कोई भी गुंडा नहीं मिलेगा, डर मत रखिए. चुनाव आयोग पुख्ता इंतजाम करने वाला है.

अमित शाह ने नारेबाजी पर ममता बनर्जी की नाराजगी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जय श्रीराम धार्मिक नारा ही नहीं है, ये तुष्टिकरण के खिलाफ एक प्रतीक है. दुर्गा पूजा के लिए क्या अदालत के दरवाजे खटखटाने होंगे? बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा करने के लिए इजाजत लेनी होगी? रामनवमी के दिन शोभा यात्रा नहीं निकाल सकते? ये नारा परिवर्तन का नारा है. अमित शाह ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि दीदी जय श्रीराम के नाम से क्यों चिढ़ती हैं. जय श्रीराम को धार्मिक नारे के रूप में इंटरप्रेट करने का प्रयास जो तृणमूल कांग्रेस कर रही है, वो गलत है.'

 

Advertisement
Advertisement