
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान होना बाकी है लेकिन सियासी दंगल जारी है. लेफ्ट फ्रंट ने आज 12 घंटे के बंगाल बंद का आह्वान किया है. राज्य में बंद का मामूली असर देखा जा रहा है. हावड़ा ब्रिज सरकारी बसें चलती हुई दिखीं लेकिन हावड़ा रेलवे स्टेशन से प्रीपेड टैक्सी नदारद हैं.
बंद के दौरान वाम दलों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अशोकनगर, उत्तर 24 परगना में एक सड़क को बंद कर दिया है. राज्य में 12 घंटे के बंद के दौरान राज्य के अलग अलग हिस्सों में लेफ्ट कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगह ट्रेन रोकने का प्रयास करते हुए भी देखा गया.
वहीं सिलिगुड़ी में सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है. सड़कों पर फिलहाल बहुत कम लोग नजर आ रहे हैं. राज्य के कई हिस्सों में वाम दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और सड़क को जाम कर दिया है.
Siliguri: The Left Front has called for a 12-hour bandh in West Bengal today to protest after its workers were allegedly beaten up during a march to Nabanna in Kolkata yesterday pic.twitter.com/fHxFGnmOwt
— ANI (@ANI) February 12, 2021
असल में, कांग्रेस लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने रोजगार की मांग को लेकर गुरुवार को कोलकाता के नबन्ना की ओर मार्च निकाला था. लेकिन इस दौरान पुलिस और लेफ्ट कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई.
वामपंथी पार्टियों का आरोप है कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं की पिटाई की और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. इसी के विरोध में लेफ्ट ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में 12 घंटों का बंद बुलाया है. लेफ्ट फ्रंट के बिमान बोस ने बताया कि यह बंद सुबह 6 बजे से शुरू होकर शाम को छह बजे तक चलेगा.
वामपंथी कार्यकर्ताओं की केंद्रीय कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में गुरुवार दोपहर में पुलिस के साथ झड़प हुई थी. लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने रोजगार की मांग को लेकर राज्य सचिवालय नबन्ना तक के अपने मार्च के रास्ते में लगे बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की. मार्च कॉलेज स्ट्रीट से शुरू हुआ. मगर पुलिस ने उसे एस्प्लेनेड क्षेत्र में एसएन बनर्जी रोड पर रोक दिया था. लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने जब बैरिकेड तोड़ आगे बढ़े तो पुलिस ने पानी की बौछार की.