पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से पहले राज्य में सियासी तापमान बढ़ चुका है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री लगातार बंगाल का दौरा कर रहे हैं. बीजेपी परिवर्तन यात्रा निकाल रही है. वहीं, सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बीजेपी पर हल्ला बोल रखा है. ममता बनर्जी ने किसान आंदोलन से लेकर नोटबंदी और लॉकडाउन तक बीजेपी पर जमकर कई वार किए.
टीएमसी सुप्रीमो और सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि जब प्रवासी मजदूर मर रहे थे, तब उन्हें एक बस नहीं दी गई थी लेकिन आज दल बदल रहे नेताओं को वे चार्टर्ड फ्लाइट में उड़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे (बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार) नोटबंदी करते हैं, घरबंदी करते हैं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जनता बैलट बॉक्स का उपयोग कर उनकी घरबंदी जारी रखेगी.
ममता बनर्जी इतने पर ही नहीं रुकीं. उन्होंने किसान आंदोलन का भी जिक्र किया और कहा कि आज उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन बंगाल में किसान खुश हैं. ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा रहे नेताओं को लेकर कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त थे, वे चले गए. उन्होंने कहा कि इससे मैं खुश हूं.
बंगाल की सीएम ने कहा कि हम प्लासी के युद्ध के बाद मीर जाफर जैसे गद्दार को नहीं भूलते. हमें गद्दारों को कभी नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने कहा कि आप सभी उन्हें सबक सीखा सकते हो. ममता बनर्जी ने कहा कि अब त्रिपुरा के लोग पछता रहे हैं कि उन्होंने क्यों बीजेपी को वोट किया. वे (बीजेपी) हमारी संस्कृति को नहीं जानते. वे विवेकानंद ठाकुर कहते हैं. वे कहते हैं कि टैगोर का जन्म शांति निकेतन में हुआ था.
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हाल ही में अपने बंगाल दौरे के दौरान ममता बनर्जी की सरकार पर जमकर निशाना साधा था. पीएम ने कहा था कि बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने पर पहली कैबिनेट मीटिंग में ही किसानों के साथ न्याय होगा. किसानों को केंद्र सरकार की ओर से संचालित की जा रहीं योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. ममता का यह बयान कि बंगाल का किसान खुश है, पीएम के बयान पर पलटवार माना जा रहा है.