पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण की 43 सीटों पर वोटिंग हो रही है तो टीएमसी प्रमुख व ममता बनर्जी सातवें दौर के सीटों के लिए चुनावी प्रचार में जुटी है. ऐसे में उन्होंने दक्षिण दिनाजपुर में एक जनसभा को संबोधित करते कोविड वैक्सीन के मुद्दे पर बीजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं ममता ने वैक्सीन के दामों को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा.
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल से लेकर देश भर में आज जो कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े है वो नरेंद्र मोदी के चलते हुए हैं. इतना ही उन्होंने कहा कि कोरोना से जो मौतें हो रही हैं, जिम्मेदार नरेंद्र मोदी हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि क्यों 6 महीने पहले सभी को वैक्सीन दी गई. केंद्र सरकार अभी तक वैक्सीन क्यों छुपा कर रखे हुए थी. उन्होंने कहा कि केंद्र से हमने जब वैक्सीन मांगी तो मना कर दिया गया जबकि वैक्सीन के लिए रुपए देने के लिए भी तैयार हूं. इसके बाद भी क्यों बंगाल को वैक्सीन नहीं मिल रही.
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी राजनीतिक तौर पर एक देश एक चुनाव, एक पार्टी, एक पॉलिटिशियन की बात करती है, लेकिन वैक्सीन के समय में 1 वैक्सीन और अलग-अलग दाम पर बेचा जा रहा है. देश में क्यों नहीं वन वैक्सीन वन प्राइस होना चाहिए. क्यों केंद्र खरीदे तो डेढ़ सौ रुपए और राज्य खरीदे तो 400 रुपए. ये राज्यों के साथ भेदभाव नहीं तो क्या है. ममता ने मांग उठाई कि वैक्सीन आपातकालीन है और सभी को एक ही दाम पर मिलनी चाहिए और वैसे तो इसे मुफ्त में देना चाहिए.
बता दें कि केंद्र सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन एक मई से लगाने की अनुमति दी है. मोदी सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की भी अनुमति दी है. ऐसे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर कहा कि केंद्र की टीकाकरण नीति खोखली है. उन्होंने कहा कि जब कोविड-19 महामारी के मामले बढ़ रहे हैं तब केंद्र ने खाली हो-हल्ले की तिकड़म अपना ली.
ममता ने पत्र में कहा कि टीकाकरण की नीति गुणवत्ता, दक्षता, आपूर्ति, कीमत जैसे मुद्दों का समाधान नहीं करती, इससे बाजार में अव्यवस्था पैदा हो सकती है. उन्होंने कहा कि बाजार में कोविड-19 के जरूरी टीके उपलब्ध नहीं हैं, इनकी यथाशीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं.