पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को जीत दिलाने की जिम्मेदारी उठाने वाले प्रशांत किशोर ने एक बार फिर अपनी बात को दोहराया है. इंडिया टुडे से खास बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बंगाल में टीएमसी की जीत निश्चित है, अगर बीजेपी बंगाल में 100 सीटों का आंकड़ा पार करती है तो वो राजनीतिक रणनीतिकार का काम ही छोड़ देंगे.
इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है चुनावों में टीएमसी को बड़ी जीत मिलेगी. पीके ने कहा कि हम बतौर रणनीतिकार किसी पार्टी की हार-जीत तय नहीं करते हैं, हम किसी भी पार्टी को चुनाव लड़ने में मदद कर सकते हैं लेकिन किसी की हार और जीत में हम सीधे दखल नहीं दे सकते हैं.
‘’कुछ विरोध हो सकता है, लेकिन दीदी सबसे पॉपुलर”
प्रशांत किशोर ने कहा कि टीएमसी इस वक्त ऐसी पार्टी के खिलाफ लड़ रही है, जो चुनावी मशीन की तरह काम करती है. टीएमसी ने भी लंबे वक्त तक सत्ता में काम किया है और उसके पास भी करिश्माई नेता का नेतृत्व है.
बातचीत में पीके ने कहा कि जमीनी स्तर पर कुछ हिस्से में विरोध हो सकता है, लेकिन अभी भी ममता बनर्जी ही सबसे बड़ा चेहरा हैं और इस बार भी टीएमसी ही चुनाव में जीतेगी.
अलग-अलग नेताओं के साथ काम करने के मसले पर प्रशांत किशोर ने कहा कि हम जो कर रहे हैं वो पूरी तरह अलग है और भारत में ऐसा कुछ नहीं हुआ है. हमारा कोई गॉडफादर नहीं है, ऐसे में हम जमीन पर काम करते हैं. इसमें हार और जीत भी लगी रहती है.
पीके ने कहा कि जब मैंने ममता बनर्जी के साथ काम करना शुरू किया, तब लोगों ने कहा था कि ममता किसी की नहीं सुनती है, तो पीके कैसे काम करेंगे. लेकिन अब वही लोग कह रहे हैं कि दीदी सिर्फ पीके की ही सुनती हैं. प्रशांत ने कहा कि बड़े स्तर के नेताओं में एक अलग किस्म की क्रेज़ीनेस होती है.
‘किसी को दोस्त बनाने के लिए पार्टी में नहीं आया’
टीएमसी में लगातार नेता छोड़कर जा रहे हैं, इसपर प्रशांत किशोर ने कहा कि जब भी कोई युवा किसी भी जगह पर आता है, तब सीनियर को लगता है कि ये हमें बताने वाला कौन है. अगर कुछ लोग छोड़कर जा रहे हैं वो मुझपर आरोप लगाए रहे हैं, लेकिन उनसे अधिक लोग पार्टी में हैं और सभी मेरे साथ काम कर रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं पार्टी में किसी को दोस्त बनाने के लिए नहीं आया हूं, मैं चुनाव जीताने आया हूं. इस दौरान कुछ बदलाव हो सकते हैं और कुछ लोग नाराज भी हो सकते हैं. पीके ने कहा कि हम जुलाई 2019 में टीएमसी के साथ जुड़े और तब से अबतक 10-15 आसपास के नेता ही उस पार गए हैं.
इंटरव्यू में पीके ने कहा कि बीजेपी की रणनीति का हिस्सा होता है कि वो सामने वाली पार्टी में सेंध लगाते हैं, क्योंकि टीएमसी कोई मजबूत नींव वाली पार्टी नहीं है. बीजेपी इसी रणनीति पर काम कर रही है, इसमें कुछ को पैसा दिया जा रहा है, कुछ को सुरक्षा दे दी जा रही है. लेकिन ये हमारे लिए चौंकाने वाला नहीं है. पीके ने कहा कि अभी तक जितने भी सर्वे आए हैं, कोई भी बीजेपी को चुनाव नहीं जीता रहा है.
'सिर्फ मोदी-शाह की रैली में आ रही भीड़'
प्रशांत बोले कि बीजेपी को भी पता है कि अभी वो पीछे हैं और अंत में वो पूरा जोर लगाएंगे. लेकिन टीएमसी भी हाथ बांधकर नहीं बैठी है, हमें पता है कि बीजेपी अंत में अच्छा करती है.
पीके ने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि वो 200 सीटें जीत लेंगे, वो सिर्फ एक माहौल बना रहे हैं ताकि टीएमसी के अंदर पैनिक हो जाए. बीजेपी सिर्फ हवा तैयार कर रही है. पीके ने कहा कि बीजेपी की परिवर्तन यात्रा में 200-300 लोग आ रहे हैं, राजनाथ-जेपी नड्डा की रैली में भी 500 तक लोग आ रहे हैं. हां, सिर्फ मोदी-शाह की रैली में आ रहे हैं.
पीके ने फिर कहा कि बीजेपी अगर 100 सीटों के नंबर को छूती है, तो मैं राजनीतिक रणनीतिकार का काम छोड़ दूंगा. I-Pac चलेगा या नहीं वो नहीं कह सकता हूं, लेकिन मैं किसी पार्टी के लिए रणनीति का काम करता नहीं रहूंगा.
पीके बोले कि यूपी में मैं वो नहीं कर पाया, जो करना चाहता था. लेकिन बंगाल में ऐसा कुछ नहीं है. ममता बनर्जी ने मुझे खुला हाथ दिया है, अगर इस सबके बाद भी बीजेपी जीत जाती है तो मुझे इस जगह काम करने की जरूरत नहीं है. मैं इस जगह दूसरे नंबर पर रहकर नहीं रह सकता हूं.
'Second Best नहीं रह सकता हूं'
इंटरव्यू में पीके ने कहा कि मैं कोई बिजनेस नहीं कर रहा हूं, I-Pac युवाओं के लिए एक प्लेटफॉर्म है जो राजनीति में आकर कुछ करना चाहते हैं. लोग मुझे कहते हैं किमैं राज्यसभा या पोस्ट के लिए कुछ कर रहा हूं, लेकिन मैं इस सब के लिए ऐसा नहीं कर रहा हूं.
राजनीतिक भविष्य पर प्रशांत ने कहा कि मैं जो कर रहा हूं उसमें सबसे बेस्ट रहना चाहता हूं, अगर मैं बेस्ट नहीं रहूंगा तो इस जगह को छोड़ दूंगा. बंगाल के नतीजों से पता लग जाएगा कि कौन बेस्ट है.
पीके ने कहा कि पंजाब में AAP बहुत अच्छा कर रही थी, ऐसे में वहां एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन हर बार चुनावों में माना जाता है कि यही चुनाव मुश्किल है. पीके ने कहा कि बीजेपी ने इस चुनाव को काफी बड़ा बना दिया है.
अभिषेक बनर्जी के मसले पर क्या कहा?
शुभेंदु अधिकारी के मसले पर पीके ने कहा कि उन्हें जानबूझकर बड़े तरीके से पेश किया जा रहा है, अगर वो नंदीग्राम के हीरो हैं तो वो ममता बनर्जी को हाथ में हराकर दिखाएं. अभिषेक बनर्जी को लेकर पीके ने कहा कि लोग कहते हैं कि ममता बनर्जी किसी की नहीं सुनती हैं, अगर वो पूरी तरह से एक्टिव हैं तो फिर हम कैसे ये कर सकते हैं. लेकिन, अभिषेक बनर्जी टीएमसी के बड़े नेता हैं ये फैक्ट है ऐसे में बड़े फैसले लेने में उनका हाथ रहेगा ही.
भ्रष्टाचार के मसले पर पीके बोले कि क्या मोदीजी कह सकते हैं कि बीजेपी में कोई भ्रष्टाचार नहीं है. क्या कभी किसी ने ममता बनर्जी पर सीधे भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
कहां बदल सकती है तस्वीर?
प्रशांत किशोर ने बाहरी बनाम लोकल के मसले पर कहा कि हर जगह ये मुद्दा होता है, अगर गुजरात में चुनाव होता है तो पीएम मोदी को फायदा ही होगा. पीके ने कहा कि बंगाल में पैरामिलिट्री फोर्स पर हमला हुआ है, ये चीजें काफी कुछ बदल सकती हैं. अगर लॉ एंड ऑर्डर के मसले पर कोई बड़ी घटना नहीं होती है, तो टीएमसी चुनाव जीत जाएगी.
PK ने कहा कि अगर ऐसा होता है कि बीजेपी राष्ट्रवाद के मुद्दे को बड़ा कर सकती है. लेकिन बीजेपी के लिए अकेले दम पर चुनाव जीतना काफी मुश्किल होगा.