पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की एक बार फिर वापसी हो गई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैट्रिक लगाने जा रही हैं और उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में एक बहुत बड़ा रोल निभाया है मशहूर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने. प्रशांत ने बंगाल के चुनाव नतीजों के साथ ही लाइव इंटरव्यू में अपने काम से संन्यास का ऐलान कर दिया है. इस दौरान उन्होंने बीजेपी को कैसे नुकसान हुआ, इसकी भी चर्चा की.
प्रशांत किशोर ने बताया कि ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के दौरान जो गलतियां की थीं, उन्हें नहीं दोहराया, जबकि बीजेपी उस चुनाव में जहां थी उसी रणनीति पर वो विधानसभा चुनाव में आ गई.
पीके ने उदाहरण देते हुए बताया कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में भी जयश्रीराम का नारा दिया था, और अब भी वो इसी पर रही. जबकि ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव की अपनी गलतियों से सीखते हुए बदलाव किया.
इसके अलावा पीके ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस छोड़कर जितने भी नेता बीजेपी में गए, उनकी खूब चर्चा हुई. मीडिया में खूब तारीफ हुई और कहा गया कि टीएमसी टूट गई है. जबकि सच्चाई ये थी कि टीएमसी का जो कचरा था वो बीजेपी ने अपने पास रख लिया. पीके ने बताया कि बीजेपी में जितने भी नेता टीएमसी छोड़कर आए उनमें से ज्यादातर ऐसे थे जो या तो भ्रष्टाचार में लिप्त थे, या उनका कोई आधार नहीं था.
इसके अलावा पीके ने ये भी कहा कि हमारी जीत में हमने बहुत गलती की है, जीत हमें दूसरों से ज्यादा काबिल नहीं बनाती है लेकिन बीजेपी उसी जगह खड़ी है जो यात्रा उन्होंने 4-5 साल पहले शुरू की थी. साथ ही हिंदू ध्रुवीकरण पर उन्होंने कहा कि कोई भी समुदाय हो 50 फीसदी से ज्यादा एकुजट नहीं हो पाता है.