पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में बीजेपी नेताओं में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान छिड़ गया है. पार्टी के अंदर ‘नए बनाम पुराने’ और ‘जमीनी बनाम हवाई’ की जंग छिड़ गई है. हुगली की श्रीरामपुर, चापदानी, चंदननगर और सप्तग्राम विधानसभा सीटों पर घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं.
श्रीरामपुर में प्रदेश बीजेपी के सदस्य और पूर्व जिला अध्यक्ष भास्कर भट्टाचार्य ने टिकट बंटवारे पर असंतोष जाहिर करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा जिले में कई जगह बीजेपी के घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ जमीनी स्तर के नेताओं के समर्थकों ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की घोषणा होते ही हुगली में जमीनी स्तर के नेताओं और उनके समर्थकों के बीच असंतोष की चिंगारी भड़क उठी है. इन नेताओं का मानना है कि जब राज्य में पार्टी का झंडा उठाने वाला कोई नहीं था, तब हमने पार्टी खड़ी की, लेकिन आज बाहर से आए लोगों को टिकट दिए जा रहे हैं.
दिलीप घोष को भेजा इस्तीफा
बीजेपी के घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ बीजेपी के जमीनी नेताओं व समर्थकों का विरोध-प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा. प्रदेश बीजेपी कमेटी के सदस्य, पूर्व जिला अध्यक्ष और बीजेपी ह्यूमन राइट सेल के सदस्य भास्कर भट्टाचार्य ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने बाकायदा अपना इस्तीफा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को भेजा है.
भास्कर भट्टाचार्य ने दुख और अफसोस के साथ बताया कि 21 वर्षों से उन्होंने बड़ी निष्ठा के साथ पार्टी की सेवा की. जब पार्टी का झंडा उठाने को इक्का-दुक्का लोग थे, तब उन्होंने माकपा और तृणमूल के खिलाफ लड़ाई लड़ी और बीजेपी का झंडा बुलंद किया. कई बार उन पर कातिलाना हमले भी किए गए, लेकिन पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा करते समय उन्हें योग्य उम्मीदवार नहीं समझा गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अब तृणमूल से आए बागियों और सिफारिशकारों की पार्टी हो गई है. हालांकि, भास्कर भट्टाचार्य ने किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की अटकलों से इनकार किया है.
जगह-जगह प्रदर्शन
भदेश्वर में चापदानी विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार दिलीप सिंह हैं जो हाल ही में तृणमूल छोड़कर पार्टी में शामिल हुए हैं. मंगलवार को बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ भी प्रदर्शन किया. इसके अलावा कुछ दिनों पहले तृणमूल छोड़कर बीजेपी में आए चापदानी नगरपालिका के पूर्व पार्षद राजेश सिंह और वर्तमान कोऑर्डिनेटर तारक सिंह के खिलाफ भी बीजेपी कार्यकर्ताओं में विरोध के स्वर मुखर हो रहे हैं.
चंदननगर विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार दीपांजन गुहा के खिलाफ भी भाजपाइयों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. सप्तग्राम में तृणमूल के बागी और माफिया देवव्रत विश्वास के खिलाफ भी बीजेपी में बगावत छिड़ गई है. जमीनी कैडरों और समर्थकों ने यहां भी जोरदार प्रदर्शन किया.
रेलवे लाइन पर खुदकुशी की कोशिश
सप्तग्राम में 35 वर्षों से बीजेपी के लिए काम करने वाले एक बीजेपी समर्थक ने रेलवे लाइन पर लेटकर आत्महत्या करने की भी कोशिश की. हालांकि, पुलिस और स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया गया. एक असंतुष्ट बीजेपी समर्थक निरुपम मुखर्जी ने बताया कि 35 वर्षों में उन्होंने तिल-तिल करके हुगली में बीजेपी को खड़ा किया है, लेकिन बीजेपी सप्तग्राम विधानसभा का टिकट तृणमूल के बागी और माफिया देवब्रत विश्वास के हाथों बेचने की नापाक कोशिश में लगी है. फॉरवर्ड ब्लॉक छोड़कर आए विश्वनाथ कारक को बीजेपी का टिकट मिलने के खिलाफ गौघाट में भी बीजेपी समर्थकों ने जोरदार प्रदर्शन किया.
(इनपुट- भोलानाथ साहा)