पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले प्रदेश में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) और टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. इतना ही नहीं प्रदेश में राजनीतिक हिंसा के भी कई मामले सामने आए हैं. रविवार को पश्चिम बंगाल के पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के कई इलाकों में सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी समर्थकों के बीच झड़पें हुई हैं, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए. दोनों दलों के सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों से बीजेपी की मजबूती और बढ़ेगी.
पिछले महीने टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में आए शुभेंदु अधिकारी ने पुरुलिया में रोडशो के दौरान पत्रकारों से कहा, ''हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हो रहे प्रत्येक हमले से हमारे समर्थन में और अधिक लोग आएंगे.''
सूत्रों ने कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कांति इलाके के भाजाचौली में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता एक-दूसरे से भिड़ गए. बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने कहा कि उसके कुछ कार्यकर्ता हमले में घायल हो गए.
वहीं, टीएमसी ने दावा किया है कि बीजेपी के कैंप में अंदरूनी कलह के चलते ये झड़पें हुई हैं. पूर्वी मेदिनीपुर जिले के मरिश्दा से भी हिंसा की खबरें मिली हैं. पश्चिमी मेदिनीपुर के केशपुर में दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से एक दूसरे पर ईंटों और डंडों से हमला किया.
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के टीएमसी अध्यक्ष अजित मैती ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने ''भगवा पार्टी के समर्थकों के उकसावे के आगे संयम बरता.''