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बंगाल चुनाव: TMC के पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन शर्मा BJP में शामिल, साथ में हजारों कार्यकर्ता भी लाए

पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस के अलीपुरदार जिले के पूर्व अध्यक्ष मोहन शर्मा शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए. उनके साथ टीएमसी के हजारों कार्यकर्ता भी भाजपा में आ गए.

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टीएमसी नेता मोहन शर्मा भाजपा में शामिल हो गए.
टीएमसी नेता मोहन शर्मा भाजपा में शामिल हो गए.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टीएमसी के पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा में आए
  • अमित शाह की रैली के दौरान ली सदस्यता

पश्चिम बंगाल में दो फेज की वोटिंग हो चुकी है. लेकिन पार्टी बदलने का सिलसिला अभी तक जारी है. शुक्रवार को बंगाल के अलीपुरदार जिले में गृहमंत्री अमित शाह की रैली थी. इसी रैली में टीएमसी छोड़कर मोहन शर्मा भाजपा में शामिल हो गए. मोहन शर्मा टीएमसी के पुराने नेता थे और अलीपुरदार जिले के जिलाध्यक्ष भी रह चुके थे.

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इसके साथ ही वो फिलहाल अलीपुरदार डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के मेंटर भी थे. अमित शाह की रैली के दौरान मोहन शर्मा अकेले टीएमसी छोड़कर भाजपा में नहीं आए हैं, उनके साथ टीएमसी के हजारों कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ली है.

भाजपा की सेंट्रल कमेटी के महासचिव अरविंद मेनन ने टीएमसी छोड़कर आए मोहन शर्मा को पार्टी का झंडा दिया. माना जा रहा है कि चुनाव से पहले मोहन शर्मा के भाजपा में आने से टीएमसी को बड़ा राजनीतिक नुकसान हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि मोहन शर्मा की अलीपुरदार जिले में अच्छी-खासी पकड़ मानी जाती है.

टीएमसी के 1,000 से ज्यादा कार्यकर्ता भी भाजपा में आए
दरअसल, शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह अलीपुरदार जिले के कालचीनी ब्लॉक के सुभाषिनी फुटबॉल ग्राउंड में रैली कर रहे थे. इसी रैली के दौरान टीएमसी नेता मोहन शर्मा ने भाजपा की सदस्यता ली. उनके साथ-साथ टीएमसी के 1 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता भी भाजपा में शामिल हो गए हैं. राजनीतिक जानकार इसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए बड़ा नुकसान मान रहे हैं. क्योंकि मोहन शर्मा अलीपुरदार जिले के पुराने नेता थे और उनका इलाके में दबदबा था.

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बंगाल में अब 6 फेज की वोटिंग बची
बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 फेज में वोटिंग होनी है. पहले फेज की वोटिंग 27 मार्च और दूसरे फेज की वोटिंग 1 अप्रैल को हो चुकी है. अब 6 फेज की वोटिंग बाकी है. तीसरे फेज में 31 सीटों के लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होगी. 2016 के चुनाव में टीएमसी ने यहां की 211 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां की 42 में से 18 सीटें जीती थीं. इसलिए इस बार भाजपा और टीएमसी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है.

 

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