पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ममता कैंप में भगदड़ जारी है. 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद ममता के 17 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. सोमवार को जहां देश भर में बजट की चर्चा थी वहीं बंगाल में टीएमसी का एक विकेट फिर से डाउन हो गया है. सोमवार को टीएमसी के विधायक दीपक हलधर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
यूं तो हाल फिलहाल में ममता के कई विधायक पाला बदल चुके हैं, लेकिन ये इस्तीफा खास है. ऐसा इसलिए क्योंकि दीपक हलधर ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र से आते हैं. दीपक हलधर डायमंड हार्बर से दो बार विधायक रह चुके हैं. अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से ही सांसद हैं. दीपक हलधर ने पार्टी से तो इस्तीफा दे दिया है लेकिन विधायिकी नहीं छोड़ी है. यानी कि अगले चुनाव में वह सीधे सीएम ममता बनर्जी के परिवार से टकराव के मूड में हैं.
स्पीड पोस्ट से भेजा इस्तीफा
बागी दीपक हलधर ने अपना इस्तीफा स्पीड पोस्ट से राज्य के टीएमसी अध्यक्ष सुब्रता बख्शी को भेजा. इस्तीफा देकर दीपक हलधर पार्टी नेतृत्व पर जमकर बरसे. हलधर ने टीएमसी नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी उन्हें काफी दिनों से काम नहीं करने दे रही है.
पार्टी में काम करने नहीं दिया जा रहा
दीपक हलधर ने कहा, "मैं दो बार विधायक रह चुका हूं, लेकिन 2017 से मुझे जनता के लिए काम नहीं करने दिया जा रहा है. मैंने इसे लेकर कई बार पार्टी नेतृत्व को जानकारी दी, लेकिन पार्टी ने कोई कदम नहीं उठाया और हालात जस के तस रहे."
पार्टी पर अपनी भड़ास निकालते हुए दीपक हलधर ने कहा कि मुझे पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी नहीं दी जाती है, मेरी जिम्मेदारी अपने समर्थकों और विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के प्रति है. इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है.
क्या बीजेपी में जाएंगे हलधर?
विधायक दीपक हलधर ने टीएमसी से इस्तीफा देने के बाद अभी तक अपने अगले कदम की जानकारी नहीं दी है. लेकिन माना जा रहा है कि दीपक हलधर भी बीजेपी में शामिल होंगे. दीपक हलधर बीजेपी नेता सोवन चटर्जी के विश्वासपात्र माने जाते हैं. टीएमसी में रहने के बावजूद उन्होंने हाल ही में दक्षिण कोलकाता में सोवन चटर्जी से मुलाकात की थी. दीपक हलधर पिछले कुछ दिनों से लगातार टीएमसी नेतृत्व के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठा रहे हैं.
अभिषेक बनर्जी को घेरने की तैयारी में बीजेपी
अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हॉर्बर में विधानसभा की 7 सीटें हैं. इन सीटों पर बीजेपी की खास नजर है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा डायमंड हार्बर में पिछले साल दिसंबर में रैली कर चुके हैं. डायमंड हॉर्बर में ही नड्डा पर हमला हुआ था. बीजेपी ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुरा और अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हॉर्बर दोनों जगह की सियासी लड़ाई को हाई पिच बनाने में लगी है.
डायमंड हार्बर संसदीय क्षेत्र की सभी सात विधानसभा सीटों में मुस्लिम आबादी अच्छी संख्या में है और 2019 के लोकसभा चुनावों में अधिकांश विधानसभा सीटों पर बीजेपी दूसरे स्थान पर रही थी. बीजेपी ने रणनीति बनाई है कि इन सात में से कम से कम 4 सीटों पर इस विधानसभा चुनाव में कब्जा किया जाए.
294 सदस्यों वाली बंगाल विधानसभा के लिए मार्च अप्रैल महीने में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है.