हाल के दिनों में पश्चिम बंगाल के चुनाव के दौरान जिस तरीके से लगातार हिंसा के मामले सामने आए हैं, ऐसे में सतर्क सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर कई नेताओं को थ्रेट परसेप्शन के आधार पर सुरक्षा दी गई है. गृह मंत्रालय सूत्रों के हवाले से खबर है कि पश्चिम बंगाल में अब तक 93 बीजेपी नेताओं पर खतरे की आशंका के बीच VIP सुरक्षा दी गई है.
सूत्रों ने आजतक को बताया है कि IB की रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने बंगाल में अब तक 93 से ज्यादा लोगों को यह सुरक्षा दी है. पिछले एक महीने में पश्चिम बंगाल के करीब 60 VIPs को गृह मंत्रालय ने X और Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है. जिसमें 80 वीआईपी को CISF की सुरक्षा दी गई. वहीं 13 VIP को पश्चिम बंगाल में CRPF की सुरक्षा दी गई है.
सरकार के उच्च स्तरीय सूत्रों ने बताया है कि खुफिया विभाग ने पश्चिम बंगाल के वर्तमान हालात को लेकर एक समीक्षा रिपोर्ट गृह मंत्रालय को दी है. जिसमे कई नेताओं और TMC से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं पर ख़तरे की बात कही है. जिसकी वजह से गृह मंत्रालय समय-समय पर व्यक्तिगत समीक्षा करके नेताओं को इस तरीके की सुरक्षा दे रहा है.
आजतक के पास जो रिपोर्ट मौजूद है उसके मुताबिक एक तरफ जहां गृह मंत्रालय थ्रेट परसेप्शन के आधार पर नेताओं को सुरक्षा प्रदान कर रही है तो वहीं कई नेताओं ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान ही केंद्रीय सुरक्षा लेने से इनकार भी कर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक बीजेपी के चार नेताओं ने सुरक्षा लेने से मना किया है. हालांकि, गृह मंत्रालय ने उनको सुरक्षा प्रदान की थी पर इन नेताओं ने प्रोटेक्टी लेने से इनकार कर दिया है. ऐसा करने वालों में देवव्रत महापात्रा, कर्तिक पाल और दुलाल मंडल शामिल हैं.
किस सुरक्षा श्रेणी में कितने जवान
गृह मंत्रालय की सुरक्षा केंद्रीय एजेंसियों द्वारा खतरे के आकलन के बाद IB की रिपोर्ट के तहत दी जाती है. इस सुरक्षा में केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर NSG, CRPF, CISF और ITBP के जवान अलग-अलग VIPs को सुरक्षा की "ब्लू बुक" के आधार पर कड़ी सुरक्षा प्रदान करते हैं.
Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
सुरक्षा की ब्लू बुक के मुताबिक जिस वीवीआईपी को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी जाती है. इनके चारों तरफ कड़ी सुरक्षा का पहरा होता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 58 कमांडो Z+ कैटेगरी की सुरक्षा में तैनात होते हैं. सुरक्षा मामलों की ब्लू बुक की मानें तो Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड, 6 PSO एक समय में राउंड द क्लॉक, 24 जवान, 2 एस्कॉर्ट राउंड द क्लॉक, 5 वाचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं,एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहता है.वीआईपी के घर मे आने जाने वाले लोगो के लिए 6 फ्रीस्किंग और स्क्रीनिंग करने वाले तैनात रहते हैं. और इसके साथ ही राउंड द क्लॉक 6 ट्रेंड ड्राइवर होते हैं.
गृह मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षा के "ब्लूबुक" के आधार पर Z प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी के अलावा कई अन्य तरीके की भी सुरक्षा वीआईपी को दी जाती हैं जिसमें Z कैटेगरी, Y प्लस कैटेगरी, Y कैटेगरी और X कैटेगरी शामिल है.
Z कैटेगरी की सुरक्षा
जेड श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं जो आर्म्ड फ़ोर्स सुरक्षा देती है उसके 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड वीआईपी के घर पर रहते हैं, 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ,12 तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के कमांडो, 2 वाचर्स शिफ्ट में और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहते हैं.
वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
इस प्रकार की सुरक्षा में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं जिसमें 5 पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहते हैं, साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में सुरक्षा करते हैं.
Y कैटेगरी की सुरक्षा
यह सुरक्षा कम खतरे वाले लोगों को दी जाती है. इसमें कुल 8 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. जिसमें जिस वीआईपी को सुरक्षा दी जाती है उसमें पांच आर्म्ड स्टैटिक गार्ड उसके घर पर लगाए जाते हैं, साथ ही तीन शिफ्ट में तीन पीएसओ सुरक्षा प्रदान करते हैं.
X कैटेगरी की सुरक्षा
इस श्रेणी में 3 सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं, जिसमें एक पीएसओ (व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी) होता है. देश में काफी लोगों को एक्स श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है. इस सुरक्षा में कोई कमांडो शामिल नहीं होता है सिर्फ 3 शिफ्ट में एक-एक पीएसओ वीआईपी अपने साथ लेकर चल सकता है.