scorecardresearch
 

बंगाल: खेला होबे से विकास होबे तक...पहले चरण के चुनाव प्रचार में इन मुद्दों पर हुए वार-पलटवार

बंगाल में ममता बनर्जी के खेला होबे और पीएम मोदी के विकास होबे नारे के बीच राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस के तमाम बड़े नेता चुनाव प्रचार से बाहर रहे. वहीं, असम में राहुल से लेकर प्रियंका गांधी तक ने पूरी जान लगी दी और सीएए के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर रखा जबकि बीजेपी इस मुद्दे पर चुप रही.

Advertisement
X
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ममता बनर्जी के निशाने पर रहे मोदी-शाह
  • मोदी-शाह ने ममता सरकार पर उठाए सवाल
  • बंगाल चुनाव में राहुल गांधी नहीं आए नजर

पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार को थम गया है. बंगाल में पहले चरण की तीस सीट और असम में पहले चरण की 47 सीटों पर शनिवार को वोट डाले डाले जाएंगे. पहले चरण के चुनाव प्रचार में दोनों ही राज्यों में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चला, साथ-साथ नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम वादे करते नजर आए. 

Advertisement

बंगाल में ममता बनर्जी के खेला होबे और मोदी के विकास होबे के नारे के बीच राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस के तमाम बड़े नेता चुनाव प्रचार से बाहर रहे. वहीं, असम में राहुल से लेकर प्रियंका गांधी तक ने पूरी जान लगी दी और सीएए के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कयाम रखा. जबकि बीजेपी इस मुद्दे पर चुप रही. ऐसे में देखना होगा कि असम और बंगाल के पहले चरण में जनता किसका खेल बनाती है और किसका सियासी खेल बिगाड़ती है? 

ममता का बीजेपी पर वार

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव प्रचार की कमान बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने संभाल रखा था जबकि टीएमसी की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी मोर्चा संभाल रहे थे. ममता बनर्जी ने अपने पैर में चढ़े प्लास्टर और व्हीलचेयर पर बैठकर चुनावी रैली को संबोधित किया और मोदी-शाह पर जमकर हमले किए. साथ ही खेला शब्द का दोनों ही ओर से प्रचार में खूब इस्तेमाल किया गया. ममता बनर्जी श्रीराम से माता दुर्गा को बड़ी बताने की कोशिश कर बंगाल के वोटरों को साधने की कोशिश करती दिखी, क्योंकि बीजेपी जयश्रीराम का नारे पर जोर दे रही है.

Advertisement

मोदी-शाह रहे ममता के निशाने पर

ममता बनर्जी बंगाल में बीजेपी को बाहरी बताने की कवायद पूरे चुनाव प्रचार में करती दिखी. ममता ने पीएम मोदी, अमित शाह और अडानी के गठजोड़ को सिंडिकेट बताया और कहा कि तीनों मिलकर देश को लूट रहे हैं. इतना ही नहीं ममता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि टीका लगाकर और पान चबाकर लोग बंगाल की संस्कृति को खराब कर रहे हैं. इतना ही नहीं ममता ने अपने पैरों में लगी चोट को भी पूरे चुनाव प्रचार में भुनाती नजर आईं. ममता ने कहा था कि टूटे पैर से ही खेलूंगी और बीजेपी तुमको बोल्ड आउट करूंगी. 

उन्होंने कहा कि पहले सीपीएम मारती थी और अब बीजेपी मार रही है. चुनाव के समय हर बार मुझे मारा. मेरा सिर तोड़ दिया. मेरा हाथ तोड़ दिया गया था. केवल एक पांव बाकी था. उसे भी तोड़ने की कोशिश की गई ,ताकि मैं अपने पैर पर नहीं खड़ी हो सकूं, लेकिन मेरे साथ लाख-लाख लोग खड़े हैं, जो मेरे लिए खड़े रहेंगे और विरोध करेंगे. कोई भी जख्म उन्हें विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत तय करने से रोक नहीं पाएगी. इतना ही नहीं ममता टीएमसी नेताओं को परेशान करने का आरोप भी केंद्र की बीजेपी सरकार पर लगाती नजर आईं. 

Advertisement

बंगाल में कमल खिलाने की जद्दोजहद
ममता बनर्जी के दुर्ग को भेदने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी फौज उतार दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ-साथ सीएम योगी आदित्यनाथ और शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाल रखा है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री के तौर पर स्मृति ईरानी बंगाली भाषा में ममता पर वार कर रही है तो राजनाथ सिंह भी प्रचार में उतरकर टीएमसी और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन पर जमकर हमले कर रहे हैं. 

ममता पर पीएम मोदी के वार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले चरण के चुनाव प्रचार में बंगाल के तीन दौरे किए और हर बार उन्होंने बुआ और भतीजे की सरकार बताकर सीधे तौर पर सीएम ममता बनर्जी को निशाने पर लिया और दस साल के कार्यकाल पर जमकर हमले किए. पीएम मोदी ने कहा कि दीदी कहती हैं कि खेला होबे तो बंगाल की जनता कह रही है कि खेला खत्म होबे, विकास आरंभ होबे. दीदी से पश्चिम बंगाल के लोग 10 साल का हिसाब मांग रहे हैं. अम्फान चक्रवात का हिसाब मांगो, तो दीदी गुस्सा. राशन चोरी का जवाब मांगो, तो जेल में डाल दिया जाता है. कोयला घोटाले पर जवाब मांगो, तो पुलिस से डंडे मरवाए जाते हैं. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि केंद्र की विकास योजनाओं को ममता बनर्जी बंगाल में लागू नहीं कर रही है. दीदी विकास की हर योजना के सामने दीवार बनकर खड़ी हैं. 

Advertisement

बुआ-भतीजे की सरकार

पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल के लाखों भतीजे-भतीजियों की आशाओं के बजाय आप अपने भतीजे का लालच पूरा करने में क्यों लग गईं. आप भी भाई-भतीजावाद के उन कांग्रेसी संस्कारों को छोड़ नहीं पाईं, जिनके खिलाफ आपने बगावत की थी. पिछले 10 साल से यहां टीएमसी की सरकार है, क्या सामान्य बंगाली परिवार के जीवन में वो परिवर्तन आया जिसकी उसे अपेक्षा थी. बंगाल का मानुष परेशान है, वो अपनी आंखों के सामने अपनों का खून बहता देखता है. वह अपनों को अपनी आंखों के सामने लुटते हुए देखता है. वह अपनों को इलाज के अभाव में दम तोड़ते हुए देखता है. उन्होंने कहा कि पूरा बंगाल अब एक स्वर में परिवर्तन की बात कह रहा है. 

कश्मीर से अयोध्या तक का जिक्र

पीएम मोदी चुनाव प्रचार में कहते नजर आए कि लोकसभा चुनाव में आपने चुपचाप कमल छाप से कमाल किया. आपके एक वोट की ताकत आपने कश्मीर से लेकर अयोध्या तक देखी है. इस बार आपको जोर से छाप, टीएमसी साफ के इरादे से आगे बढ़ना है. वहीं, बीजेपी के ओर से चुनावी प्रचार में उतरे सीएम योगी आदित्यनाथ हिदुत्व के एजेंडे को सेट करते नजर आए. उन्होंने राममंदिर, लव जिहाद, गौहत्या से लेकर कश्मीर तक के मुद्दे उठाए.

Advertisement

ममता की चोट पर शाह का जवाब

अमित शाह ने ममता बनर्जी पर जमकर हमले किए. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को पैर में चोट लगी है और उन्हें दर्द हो रहा है, बीजेपी के 130 कार्यकर्ता मारे गए, क्या ममता को उनकी माताओं का दर्द महसूस होता है. शाह ने कहा कि अरे दीदी मालूम नहीं आपको बंगाल का छोटा बच्चा भी रोज फुटबॉल खेलता है तेरे खेला होबे से कोई नहीं डरता. ममता दीदी बंगाल टाइगर हारना नहीं जानते. 

अमित शाह केंद्र की मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को बंगाल में लागू नहीं करने के आरोप लगाते नजर आए, उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 13 करोड़ से ज़्यादा गरीब माताओं को गैस सिलेंडर दिया. घर दिया, घर में टॉयलेट बनाए. बिजली पहुंचाई. स्वास्थ्य बीमा पहुंचाया, लेकिन दीदी ने बंगाल में 5 लाख बीमा योजना का लाभ नहीं लेने दिया. ऐसे ही किसानों को मिलने वाली किसान सम्मान निधि को ममता सरकार ने लागू नहीं किया. अमित शाह बंगाल में सीएए को भी लागू करने की बात करते नजर आए. 

बंगाल में कांग्रेस प्रचार से दूर रही
पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस के बड़े नेता बंगाल चुनाव में कोई रैली नहीं की है. प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ही मोर्चा संभाले हुए हैं. कांग्रेस पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, जब केरल में वह वाममोर्चा के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस का राज्य में अपने मजबूत गढ मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर दिनाजपुर तक खुद को सीमित रखे हुए हैं. हालांकि, लेफ्ट के नेता बंगाल चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखे हैं. 

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement