कोलकाता की लाइफ लाइन ट्राम को माना जाता है. कोलकाता ट्राम नेटवर्क के लिए भी जाना जाता है. 1902 में इसकी शुरुआत हुई थी. एशिया में सबसे बड़ा नेटवर्क है. आज के दौर में जब लोग सड़कों पर रफ्तार पसंद करने लगे हैं, कोलकाता की सड़कों पर करीब 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्राम सेवा का वजूद अभी भी कायम है. कोलकाता दुनिया इकलौता शहर है जहां ट्राम सेवा चलती है. हालांकि, करीब सौ सालों से कोलकाता की पहचान बनीं ट्रामों का आधुनिकीकरण की मार की वजह से इतिहास के पन्नों में सिमटने का खतरा पैदा हो गया है. पिछले कुछ सालों में ट्रामों की तादाद में भारी गिरावट आई है. देखें वीडियो.