scorecardresearch
 
Advertisement

बंगाल चुनाव: Jadavpur की जनता को राजनीतिक पार्टियों से क्या है उम्मीद? देखें बुलेट रिपोर्टर

बंगाल चुनाव: Jadavpur की जनता को राजनीतिक पार्टियों से क्या है उम्मीद? देखें बुलेट रिपोर्टर

पश्चिम बंगाल का जादवपुर चुनावी लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार है. यहां का रण हर गुजरते हुए दिन के साथ भीषण होता चला जा रहा है. यह वही क्षेत्र है, जहां सोमनाथ चटर्जी जैसे दिग्गज को 1984 में ममता बनर्जी ने हरा दिया था. तब ममता बनर्जी की सियासी पकड़ बेहद कम थी और सोमनाथ चटर्जी बंगाल की राजनीति में बड़ा चेहरा थे. तब से लेकर अब तक ममता बनर्जी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. साल 2011 में ममता बनर्जी ने इतिहास कायम कर दिया. 2021 में क्या होगा, यह बड़ा सवाल है. 2016 में यहां लेफ्ट को जीत मिली तो 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से मिमी चक्रवर्ती ने बड़ी जीत हासिल की. यहां मुकाबला त्रिकोणीय है. यह लेफ्ट का गढ़ है, मौजूदा विधानसभा सीट पर लेफ्ट का कब्जा भी है, वहीं टीएमसी लोकसभा सीट की तरह, इसे जीतना चाहती है, तो वहीं बीजेपी की मौजूदगी ने मामला ही त्रिकोणीय कर दिया है. क्या है यहां के जनता की मांग, उम्मीदें और परेशानियां, देखें बुलेट रिपोर्टर, चित्रा त्रिपाठी के साथ.

West Bengal's Jadavpur assembly seat is all set for polling. The political battle of Jadavpur is between TMC, BJP, and the Left party. Jadavpur assembly seat is considered as fort of left parties. But in the 2019 Loksabha election, TMC got the victory on this seat. Now BJP is contesting from this constituency against TMC and Left. Despite all the political claims, what are the real issues of Jadavpur that needs to be addressed, watch this episode of Bullet Reporter.

Advertisement
Advertisement