बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार चीन की तरफ से ज्यादा चालें चलने की आशंका है. इसके लिए बिहार के उन सभी जिलों को सतर्क कर दिया गया है जिनकी सीमाएं नेपाल से मिलती हैं. आजकल नेपाल में चीन ने अपनी गहरी पैठ बना ली है. वह नेपाल के जरिए बिहार विधानसभा चुनाव में बाधा डालने का प्रयास कर सकता है. या फिर सीमा पार से नेताओं को अवैध मदद पहुंचा सकता है. इसलिए इसे रोकने का जिम्मा बीसीसी (Border Coordination Committee) को मिला है. (रिपोर्टः मणि भूषण शर्मा/फोटोः हर्ष फोटोग्राफी)
बीसीसी (Border Coordination Committee) के जरिए ही नेपाल के रास्ते चीन की तरफ से आने वाली हर तरह की अवैध मदद रोकी जाएगी. आजतक ने जब इस बारे में मुजफ्फरपुर के आईजी गणेश कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि सीमाई इलाकों के थानों को ज्यादा सतर्क रहने की हिदायत दी गई है. किसी भी तरह की स्मगलिंग, अवैध कार्य या आपराधिक गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए.
ऐसी आशंका है कि बिहार चुनाव (Bihar Election) को प्रभावित करने के लिए चीन नेपाल के जरिए शराब, हथियार सहित रुपये भी पहुंचा सकता है. चीन परदे के पीछे रहते हुए सीमाई इलाकों में होने वाले चुनाव के जरिए अपनी पैठ बनाना चाहता है. क्योंकि बिहार में उसके सीधे घुसपैठ की कोई गुंजाइश नहीं है. इसलिए वह नेपाल के उन नेताओं और संस्थानों की मदद ले सकता है जो चीन के प्रति पहले से झुकाव रखते हों.
नेपाल से संबंधों को लेकर भी बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही काफी सजग है. क्योंकि नेपाल भी चीन के चढ़ावे में आकर भारत के खिलाफ उल्टी-सीधी हरकतें कर रहा है. नेपाल से जुड़े गांवों की भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक और सामरिक स्थिति को फिर से खंगालने का फैसला लिया गया है.
तिरहुत प्रमंडल के जिलों की बीसीसी (Border Coordination Committee) ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके तहत सीमावर्ती जिलों के सभी अनुमंडल अधिकारी से लेकर थानाध्यक्षों तक की आपसी बैठक शुरू हो गयी है. कमेटी की जिम्मेदारी ये है कि वह किसी भी तरह की संदिग्घ आवाजाही या लेन-देन को रोके. इसके साथ ही सीमा पार से घुसपैठ और तस्करी जैसी चीजों पर भी लगाम लगाए. नेपाल से जुड़े नेताओं की लामबंदी पर भी नजर रखी जा रही है.
बिहार में नेपाल की सीमा से पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, अररिया, मुजफ्फरपुर जैसे दिलों में पुलिस अफसरों की तैनाती भी कर दी गई है. ये अधिकारी इन सीमावर्ती गांवों में उन विषयों की जांच करेंगे जिनके बारे में आदेश दिया गया है. इसके बाद अपनी रिपोर्ट हर दिन सरकार को देंगे, ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि के अनुसार उपयुक्त कदम उठाए जाए सकें.
मुजफ्फरपुर आईजी गणेश कुमार ने बताया कि भारत नेपाल की सीमा कई जगहों पर खुली हुई है. लोगों का आना-जाना लगा रहता है. बिहार में चुनाव आने वाले हैं इसलिए ऐसी खुली सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है. सीमाई थानों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. साथ ही उन्हें हर तरह के अपराध को रोकने की हिदायत दी गई है.