बिहार विधानसभा चुनाव में हमेशा से चर्चा में रही मधेपुरा सीट पर एक बार फिर से बेहद रोचक चुनावी दंगल के आसार बनते नजर आ रहे हैं. माना जाता है कि ये विधानसभा सीट यादव बाहुल्य है और इसलिए यहां यादवों के पक्ष में समीकरण ज्यादा सूटेबल रहता है. लेकिन इस बार के चुनाव में मामला इसलिए रोचक होने जा रहा है क्योंकि यहां चार यादव प्रत्याशियों के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल सकती है. तीन पार्टियों से यादव प्रत्याशी पहले से मैदान में हैं जबकि अब राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की एंट्री से मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
सिटिंग विधायक हैं चंद्रशेखर
इस सीट पर आरजेडी नेता चंद्रशेखर सिटिंग विधायक हैं. वह 2015 में चुनाव जीतने के बाद आरजेडी-जदयू सरकार में मंत्री भी रहे. चंद्रशेखर यादव बिरादरी से आते हैं और यहां के प्रभावशाली नेताओं में एक हैं. आरजेडी ने एक बार फिर चंद्रशेखर को टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है.
जदयू से निखिल मंडल प्रत्याशी
एनडीए के सीट शेयरिंग में ये सीट जदयू के खाते में आई है. जदयू ने यहां निखिल मंडल को अपना प्रत्याशी बनाया है. निखिल राजनैतिक परिवार से हैं और उन्हें भी यादव बिरादरी के मजबूत प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा है. मंडल परिवार का भी यहां यादव बिरादरी में अच्छा प्रभाव है जिसका फायदा निखिल को चुनाव में मिल सकता है.
साकार यादव को लोजपा ने मैदान में उतारा
चुनाव पूर्व लोजपा और जन अधिकार पार्टी के बीच दोस्ताना नजर आ रहा था. लेकिन चुनाव आने के साथ अब दोस्ती कमजोर पड़ती नजर आ रही है. यही वजह है कि यहां जाप प्रमुख पप्पू यादव के चुनाव लड़ने की संभावना के बावजूद लोजपा प्रमुख चिराग ने अपना कैंडिडेट उतार दिया है. इसके पीछे वह नीतीश का विरोध बता रहे हैं. वह पहले ही कह चुके हैं कि जहां जहां नीतीश के प्रत्याशी हैं वहां-वहां लोजपा के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे. यहां लोजपा के प्रत्याशी साकार यादव है. जो पहले बीजेपी में आईटी सेल में थे लेकिन अभी लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने आ रहे हैं.
अब पप्पू यादव की एंट्री
आरजेडी, एलजेपी और जदयू के यादव प्रत्याशियों के बीच अब जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी चुनाव लड़ने का मूड बना चुके हैं. इस बारे में वह संकेत दे भी चुके हैं. उनके चुनाव मैदान में आने से यादव मतदाताओं का कन्फ्यूज होना स्वाभाविक होगा. क्योंकि उनके सामने एक-दो नहीं बल्कि अब चार-चार यादव उम्मीदवार होंगे. हालांकि फैसला भी जनता ही करेगी. इतना तो यह है कि मधेपुरा में जीतेगा तो कोई यादव ही.
दो जगहों से चुनाव लड़ सकते हैं पप्पू यादव
बता दें कि मधेपुरा के अलावा पप्पू यादव पूर्णिया सदर सीट से भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. यह उनकी परंपरागत सीट रही है और यहीं से पहली बार निर्दलीय चुनाव जीतकर वो बिहार विधानसभा पहुंचे थे. सूत्रों के मुताबिक 20 अक्टूबर को वो पूर्णिया सदर सीट के लिए नामंकन पत्र भर सकते हैं. अगर पप्पू यादव पूर्णिया सदर सीट से लड़ते हैं तो वो बीजेपी प्रत्याशी विजय खेमका का खेल खराब कर सकते हैं. इस सीट से महागठबंधन ने अपनी पुरानी नेत्री इन्दु सिन्हा को मैदान में उतारा है.