बिहार चुनाव 2020 के प्रथम चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार थम चुका है. 28 अक्टूबर को रोहतास जिले की सभी सात विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी. पोलिंग पार्टियां बूथ की ओर रवाना हो रही हैं, तो वहीं शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है.
(इनपुट- मनोज सिंह)
रोहतास के नक्सल प्रभावित क्षेत्र को छावनी बना दिया गया है. सुरक्षाबलों द्वारा लगातार कॉम्बिंग की जा रही है. इस दौरान कई लोगों को शक के आधार पर दबोचा गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
रोहतास जिले की सातों विधानसभा पर 28 अक्टूबर को मतदान होगा. उससे पहले पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कॉम्बिंग शुरू कर दी है. रोहतास के कई ऐसे बूथ जहां नक्सलियों का प्रभाव रहता है, वहां सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं, जिससे लोग बिना डरे मतदान कर सकें. एसपी सत्यवीर सिंह के नेतृत्व में चल रही कॉम्बिंग के दौरान कई लोगों को शक के आधार पर पकड़ा गया है. इन लोगों से पूछताछ की जा रही है.
बता दें कि रोहतास का दक्षिणी भाग पर्वतीय है, जो नक्सलियों का गढ़ कहा जाता है. पिछले कुछ वर्षों से पुलिस के प्रयासों के बाद इस क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियां कम हो गई थीं, लेकिन चुनाव के मद्देनजर इस क्षेत्र पर पुलिस की फिर से नजर है. एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कई बूथ ऐसे हैं, जहां नक्सली चुनाव प्रभावित कर सकते हैं.