छपरा के मशरख प्रखंड में दोबारा बाढ़ आने से ग्रामीण परेशान हैं. आलम यह है कि इनको दी जाने वाली सहायता राशि भी अभी तक खातों में नहीं पहुंची है. जिससे वे आक्रोशित हो गए और नेशनल हाईवे जाम कर दिया. वे सरकार के विरोध में नारे लगा रहे हैं. मशरख प्रखण्ड कार्यालय में गंगौली और बंगरा पंचायत के बाढ़ प्रभावित इलाकों के ग्रामीणो ने बाढ़ सहायता राशि 6000 रुपये नहीं मिलने पर घंटों तक अंचल कार्यालय परिसर में हंगामा किया. (रिपोर्टः आलोक कुमार जायसवाल)
जब यहां किसी ने बात नहीं सुनी तब उन्होंने एसएच-90 को जाम कर प्रखंड अधिकारियों समेत सरकार के विरोध में नारे लगाए. पीड़ितों ने बाढ़ सहायता राशि की मांग के साथ-साथ प्रखंड अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए. बाढ़ प्रभावित लोगों ने कहा कि सीओ आम आदमी के कामों पर ध्यान नहीं देते हैं.
लोगों का कहना है कि वे छोटे-छोटे कामों के लिए दौड़ाते रहते हैं. प्रखण्ड कार्यालय का घेराव करती हुई महिलाएं सबसे ज्यादा आक्रोशित थीं. वे सभी बहुत ज्यादा गुस्से में थी. उनके द्वारा यह भी कहते सुना गया कि रुपये नहीं मिले तो हम लोग वोट देने भी नहीं जाएंगे. सरकार द्वारा घोषित बाढ़ सहायता राशि में धांधली और अधिकांश पंचायतों में अभी तक बाढ़ सहायता राशि लोगों के खाते में नहीं पहुंचने पर लोगों द्वारा बराबर कार्यालय का घेराव किया जा रहा है.
पिछले दिनों मशरख पूर्वी, कर्णकुदरिया, बंगरा, बहरौली, दुरगौली पंचायत के बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों ने भी सहायता राशि देने में हो रही धांधली के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर कार्यालय का घेराव किया था. घेराव कर रहे लोगों में अधिकांश लोगों ने आरोप लगाया कि बाढ़ सहायता राशि खातों में पहुंची भी नहीं कि दूसरी बार फिर से बाढ़ पहुंच गई.