नशे का कारोबार बॉलीवुड में किस तरह फलफूल रहा है एनसीबी की जांच में यह सबके समाने आ रहा है. एक्टर सुशांत सिंह की मौत के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं. जिसने जांच एजेंसियों के साथ बॉलीवुड और आम लोगों को सकते में ला दिया है. इधर, बिहार में चुनाव शुरू होने वाले हैं. दुनिया में ड्रग्स तस्करी के कई प्रमुख रास्तों में से नेपाल सीमा भी है. चुनाव में यह असर डाल सकते हैं. इसलिए सीमा पर सुरक्षा चाकचौबंद कर दी गई है. (रिपोर्टः गणेश शंकर)
बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियों का ड्रग्स सेवन में नाम आने के बाद से सभी अपने-अपने तरह से राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं. अब इस नशे की आंच बिहार विधानसभा चुनाव पर भी पड़ती दिख रही है. बिहार में चुनाव के दौरान नशे से वोट प्रभावित करने की आम बात है. इसके प्रभाव को रोकने के लिए बिहार-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है.
बता दें कि कोरोना काल में बिहार-नेपाल सीमा 22 मार्च से ही सील है. किसी भी आम नागरिक को आने-जाने की इजाजत नहीं है. इसके बाद भी अवैध रास्तों से लोगों का आना-जाना जारी है. यहां तक कि विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की जब्ती सूची पर एक नजर डालें तो उल्टे कारोना काल में नारकोटिक्स की तस्करी तेजी से हो रही है.
इसपर लगाम नहीं लग सकी है, सुशांत केस से जोड़ने के सवाल पर अधिकारी केवल जांच की बात कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं. पर सच्चाई यह है कि ड्रग्स कनेक्शन आने के बाद नेपाल पुलिस प्रशासन और बिहार-नेपाल सीमा की सुरक्षा करने वाली विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी मात्रा में अफीम, मार्फिन एवं हसीस की जब्ती की है.
बिहार-नेपाल सीमा के रक्सौल की सुरक्षा में लगे एसएसबी कमांडेंट प्रियवर्त भी खुद मानते है कोविड-19 से नारकोटिक्स तस्करी में कोई असर नहीं पड़ा है. कोरोना काल में जवानों द्वारा लगभग 45 किलोग्राम गांजा जब्त किया है. नेपाल पुलिस प्रशसन ने भी नेपाल के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर लगभग 60 किलो अफीम जब्त की है.