बिहार चुनाव में नेताओं को वोटर्स के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है. शिवहर के एक गांव में वोट मांगने आए जेडीयू नेताओं को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया. ग्रामीणों ने नेताओं से साफ कहा कि पहले विधायक को लेकर आओ, उसके बाद गांव में आना. पूरे पांच साल से गांव की सड़क बनने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोई भी नेता नहीं आया. (इनपुट- केशव आनंद.)
शिवहर विधानसभा क्षेत्र के बखार चंडीहा गांव में जेडीयू नेता अपने प्रत्याशी मोहम्मद सरफुद्दीन के लिए वोट मांगने पहुंचे थे. युवाओं ने इन नेताओं को गांव के बाहर ही रोक लिया. गांव के इन युवकों ने कहा कि रोड नहीं तो वोट नहीं, गांव में प्रवेश नहीं करने देंगे.
युवाओं का गुस्सा देख नेता वहां से निकल गये, लेकिन शाम के समय में फिर से गांव में छुपकर पहुंच गए. जब ग्रामीणों ने इन नेताओं को देखा तो गुस्से से आगबबूला हो गए. ग्रामीणों का कहना था कि पांच साल से विधायक के चक्कर लगा रहे थे. लेकिन विधायक ने कभी उनकी बात नहीं सुनी.
लोगों ने बताया कि गांव में सड़क का निर्माण नहीं कराया गया. जर्जर सड़क के चलते पूरा गांव परेशान रहा. बारिश के दिनों में तो हालत बेहद खराब रहती है. अब चुनाव आया, तो वोट के लिए गांव वालों की याद आ रही है. अब वोट तभी मिलेगा, जब सड़क बनेगी.
इस दौरान जेडीयू नेताओं ने ग्रामीणों को बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे. गांव वालों ने साफ शब्दों में कहा कि विधायक मोहम्मद शरफुद्दीन को पहले गांव में लेकर आओ, उसके बाद आगे की बात होगी. इसके बाद ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जेडीयू नेताओं को गांव से भगा दिया.