आज पुष्पम प्रिया चौधरी की चर्चा सभी कर रहे हैं लेकिन मधुबनी की यह बेटी भी उनसे किसी भी मामले में कम नहीं है. हम बात कर रहे हैं मधुबनी-सीतामढ़ी के बॉर्डर पर पीरोखर पंचायत में गांव सुजातपुर की रहने वाली मंदाकिनी की. (इनपुट- अभिषेक कुमार झा)
10 वर्ष पहले मंदाकिनी ने एमबीए किया था. चाहती तो एमबीए के बाद किसी भी बड़े शहर की अच्छी कंपनी में नौकरी करतीं, लेकिन मंदाकिनी ने गांव चुना. विकास का सपना लेकर गांव लौटी मंदाकिनी अब बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अपना भाग्य आजमा रही हैं.
मंदाकिनी हरलाखी विधानसभा से चुनाव लड़ रही है. जहां से फिलहाल जेडीयू के सुधांशु शेखर विधायक हैं. वह जेडीयू के टिकट पर दूसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जबकि दूसरी ओर महागठबंधन से सीपीआई के पूर्व विधायक रामनरेश पांडे चुनावी मैदान में हैं.
एमबीए करने के बाद गांव का रुख करने वाली मंदाकिनी गांव में डेयरी फॉर्म चलाती हैं. इसके साथ ही उन्होंने बर्मी कम्पोस्ट बनाने का प्लांट भी लगाया है. मंदाकिनी के दादा आईएएस अधिकारी थे.
चाहतीं तो शहर में जीवन व्यतीत करतीं, लेकिन समाज सेवा की चाहत ने उन्हें गांव में लाकर खड़ा कर दिया. गांव की मुखिया बनी मंदाकिनी ने बताया कि गांव के विकास के लिए दिनरात एक कर दिया.