बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण को लेकर 28 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. इस दौरान तीन नक्सल प्रभावित जिले मुंगेर, जमुई एवं लखीसराय में भी वोटिंग होगी. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने को लेकर प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है. इस इलाके के डीआईजी मनु महाराज नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए खुद ही राइफल उठाकर गश्त पर निकले हैं. (इनपुट- गोविंद कुमार)
डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि जिला पुलिस के द्वारा चलाए गए अभियान में कई हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जिससे नक्सली फ़िलहाल बैकफुट पर चले गए हैं. गुरिल्ला युद्ध में माहिर नक्सलियों को रोके रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है.
मुंगेर रेंज के अंदर आने वाले तीन नक्सल प्रभावित जिलों में 1402 बूथ बनाए गए हैं. जिसमें 291 नक्सल प्रभावित बूथ हैं. जमुई जिला में 586 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जबकि लखीसराय जिला में 291 बूथ नक्सल प्रभावित है.डीआईजी ने बताया कि नक्सल प्रभावित बूथों के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की मांग की गई है.
2014 में हुए लोकसभा चुनाव में मुंगेर के गंगटा में नक्सली हमला में दो जवान शहीद हुए थे. जिसको लेकर पुलिस काफी सतर्क होकर काम कर रही है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस और प्रशासन के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी लोगों को बूथों तक पहुंचाना और वोट प्रतिशत को बढ़ाना है.