बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी के पूर्व सांसद व बाहुबली नेता प्रभुनाथ सिंह (फोटो में) के बेटे सहित चार रिश्तेदार चुनावी रण में उतरे, लेकिन जीत सिर्फ एक को मिली. छोटे भाई और आरजेडी विधायक केदार सिंह ने बनियापुर से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. वहीं छपरा से उनके बेटे रणधीर सिंह, भतीजे सुधीर सिंह ने तरैया से चुनाव लड़ा. तो उनके समधी विनय कुमार सिंह सोनपुर से चुनाव मैदान में थे. इन तीनों को हार का सामना करना पड़ा.
बनियापुर विधानसभा सीट से पिछले दो बार के चुनावों में जीत का परचम लहराने वाले पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के भाई और आरजेडी उम्मीदवार केदार नाथ सिंह ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने में कामयाबी पाई है. बताया जा रहा है कि आरजेडी नेता केदार नाथ सिंह को इस सीट पर एलजेपी उम्मीदवार तारकेश्वर सिंह के चुनावी मैदान में रहने का भी फायदा मिला है.
वहीं, छपरा विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह आरजेडी के टिकट से चुनाव मैदान में उतरे थे. उनका मुकाबला यहां से बीजेपी प्रत्याशी सीएन गुप्ता से रहा. शुरुआती रुझानों में रणधीर सिंह ने बढ़त बनाई, लेकिन दिन ढलने के साथ ही वे बीजेपी प्रत्याशी से पिछड़ते चले गए. बीजेपी प्रत्याशी को यहां से 75,710 वोट मिले, जबकि रणधीर सिंह 68,939 वोट प्राप्त कर सके. 6 हजार 771 वोट से रणधीर सिंह यहां से हार गए.
तरैया विधानसभा से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे प्रभुनाथ सिंह के भतीजे सुधीर कुमार सिंह को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. यहां से बीजेपी के जनक सिंह को जीत हासिल हुई है. उन्होंने 11307 वोटों के अंतर से आरजेडी के सिपाही लाल महतो को चारों खाने चित कर दिया. वहीं सुधीर सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महज 15 हजार 301 वोट प्राप्त किए.