इस साल के शुरुआती महीनों में बिहार के हर बड़े अखबार में एक विज्ञापन छपा था जिसने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था. बिहार की राजनीति में धमाकेदार एंट्री के साथ द प्लुरल्स पार्टी की संस्थापक पुष्पम प्रिया चौधरी ने विज्ञापन के जरिए खुद को राज्य का भावी मुख्यमंत्री घोषित करते हुए बिहार के दंगल में उतरने का ऐलान कर दिया. (सभी इनपुट - कुणाल कौशल)
पूरे साल राज्य और कुछ मायनों में राष्ट्रीय स्तर पर भी पुष्पम प्रिया की चर्चा हुई. बिहार में चुनाव का ऐलान हुआ तो उनका नाम सुर्खियों में आने लगा लेकिन जब 10 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो उनकी पार्टी का प्रदर्शन तो छोड़िए पुष्पम प्रिया चौधरी अपनी भी जमानत नहीं बचा पाईं.
राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर नेता विपक्ष तेजस्वी यादव तक को चुनौती देने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी का प्रदर्शन इतना बुरा रहा कि उससे कहीं बेहतर प्रदर्शन उनकी द प्लुरल्स पार्टी के अन्य उम्मीदवारों ने किया. 8-10 ऐसे विधानसभा सीट हैं जहां उनकी पार्टी के प्रत्याशियों ने पुष्पम प्रिया चौधरी से ज्यादा वोट हासिल किए हैं.
द प्लुरल्स पार्टी की संस्थापक और अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने युवाओं की सत्ता में भागीदार के आह्वान के साथ चुनावी कैंपेन की शुरुआत की थी लेकिन दों सीटों से लड़ने के बाद भी उनके प्रदर्शन को देखते हुए आसानी से कहा जा सकता है कि बिहार के लोगों ने उनपर एक फीसदी भी भरोसा नहीं किया.
पटना के बांकीपुर सीट से बीजेपी के नीतिन नवीन को चुनौती दे रही पुष्पम प्रिया चौधरी को 5189 वोट मिले जो कुल वोट फीसदी का महज 3.69 फीसदी हिस्सा था. वहीं मधुबनी के बिस्फी सीट से तो उनका प्रदर्शन और भी बुरा रहा और उन्हें महज 1521 वोट मिले जो कुल मत का एक फीसदी (0.85) वोट भी नहीं था.
इससे अच्छा प्रदर्शन तो उनकी पार्टी के अन्य उम्मीदवारों का रहा. वाल्मीकिनगर से द प्लुरल्स के उम्मीदवार गौरव झा ने 2863 वोट हासिल किए जो पुष्पम प्रिया चौधरी के वोटों की संख्या से कहीं ज्यादा है. वहीं बेतिया सीट से उनकी पार्टी के उम्मीदवार अवकाश कुमार गुप्ता को 1559 वोट, बेनीपट्टी से प्रत्याशी अनुराधा सिंह को 1841 वोट, बोचहां विधानसभा सीट से उन्हीं के उम्मीदवार अभिमन्यु कुमार को 1604 वोट मिले.
सीमांचल के अररिया विधानसभा सीट पर भी द प्लुरल्स के उम्मीदवार ने अपनी ही पार्टी अध्यक्ष के मुकाबले ज्यादा वोट अर्जित किए. वहां से उम्मीदवार अमित आनंद झा को 1802 वोट मिले जबकि सीवान से उम्मीदवार रामेश्वर कुमार को 1552 वोट मिले. वहीं अस्थावां सीट से प्रत्याशी पूनम कुमारी को 1311 वोट मिले जबकि बाबूबरही विधानसभा सीट से शालिनी कुमारी को 3413 वोट हासिल हुए.